Ranchi: झारखंड विधानसभा का शीतकालीन सत्र चल रहा है। शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन सोमवार को वित्त मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने वित्तीय वर्ष 2025-26 के लिए अनुपूरक बजट पेश किया। यह अनुपूरक बजट 77 21.25 करोड़ का है। अनुपूरक बजट पेश होने के बाद स्पीकर रवींद्र नाथ महतो ने सदन की कार्यवाही 11:00 तक के लिए स्थगित कर दी थी। इसके बाद कार्रवाई शुरू हुई।
सदन की कार्यवाही 11 बजे दोबारा शुरू हुई। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने सदन में छात्रवृत्ति का मुद्दा उठाया। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि छात्रवृत्ति नहीं मिलने से छात्रों को परेशानी हो रही है। छात्रों को स्कूलों की फीस जमा करने के लिए होटलों में प्लेट मांजनी पड़ रही हैं। बाबूलाल ने कहा कि किसान धान अपने खेतों से काट कर लाए हैं। मगर, सरकार इसकी खरीदारी नहीं कर रही है। इससे किसान परेशान हैं। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि बाकी मुद्दे बंद कर इन मुद्दे पर चर्चा कराएं। यह मुद्दे जनहित के हैं और बड़े अहम हैं। उन्होंने अध्यक्ष से मुखातिब होकर कहा कि आप इन मुद्दों पर चर्चा कराने के बजाए शून्य काल बढ़वा रहे हैं। विधायक रात-रात पर जाग कर सवाल तैयार करते हैं और अधिकारी इनके जवाब नहीं देते हैं।
विधायक अनंत प्रताप देव ने उठाया हाथियों के आतंक का मामला
विधायक अनंत प्रताप देव ने कहा कि उनके इलाके में हाथियों का आतंक है। हाथी किसानों की फसलों को क्षतिग्रस्त कर देते हैं। किसानों पर हमला कर उन्हें मौत के घाट उतार देते हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार किसानों के फसल की क्षतिपूर्ति करे और हाथियों की समस्या को दूर करने के लिए ठोस कदम उठाए।
विधानसभा में उठा धनबाद में गैस रिसाव का मुद्दा
विधायक चंद्रदेव प्रसाद महतो ने कहा कि उनके विधानसभा क्षेत्र के पुटकी इलाके में गैस रिसाव से दो महिला की मौत हो गई और दो दर्जन लोग बीमार हैं। बीसीसीएल इसकी जिम्मेदारी लेने के बजाए वह लोगों को घर छोड़ने को मजबूर कर रहे हैं। उन्होंने मांग की है कि उनके इलाके में लोगों को पुनर्वासित किया जाए और मृतकों के परिजनों को मुआवजा दिया जाए। विधायक भूषण तिर्की ने इलाके में खेती के लिए सिंचाई का मुद्दा उठाया और कहा कि नहरों में पानी छोड़ने की सरकार व्यवस्था करे।
विधायक रामचंद्र सिंह ने कहा कि उनके इलाके में शिक्षा से जुड़ी समस्या है। इसे ठीक किया जाए। विधायक जयराम कुमार महतो ने धनबाद जिले में अधिग्रहण का मुद्दा उठाया और कहा कि किसानों की जमीन का अधिग्रहण हुआ था। किसानों को न तो मुआवजा दिया गया और ना ही नियोजन दिया गया। उन्होंने जमीन अधिग्रहण रद कर परियोजना को अन्यत्र ले जाने की मांग उठाई।
विपक्षी विधायकों के हंगामे से बाधित हो गया शून्यकाल
मगर शून्यकाल के दौरान विपक्षी विधायकों ने हंगामा जारी रखा। छात्रवृत्ति भुगतान के मामले को लेकर यह हंगामा किया। विपक्ष के सदस्य बेल में आकर नारेबाजी करने लगे। इससे प्रश्न काल बाधित हो गया। विपक्षी विधायकों की मांग थी कि शून्य काल के बजाए सरकार छात्रवृत्ति और किसानों के धान खरीद जैसे मुद्दे पर चर्चा कराए।
विधानसभा अध्यक्ष रवींद्र नाथ महतो ने सभी सदस्यों से शांत रहने की अपील की। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि अगर विधायकों को हंगामा करना ही है तो सर्वदलीय और कार्य मंत्रणा समिति की बैठक का कोई फायदा नहीं है। अगर ऐसा आचरण रहेगा तो सदन कैसे चलेगा। विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आप लोग जनता के संवेदनशील सवालों को सदन में नहीं चलने देंगे क्या।
अध्यक्ष बार-बार विपक्ष के विधायकों से शांत रहने की अपील कर रहे थे। लेकिन विपक्ष के विधायक हंगामा करते रहे। इसके बाद सदन की कार्रवाई स्थगित की गई। संसदीय कार्य मंत्री राधा कृष्ण किशोर ने कहा कि विपक्ष सदन की कार्रवाई बाधित करने के बजाय अपनी बातों को रखे तो ठीक रहेगा।
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