श्रीनगर : मंगलवार को पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 28 पर्यटकों की जान जाने के बाद कश्मीर घाटी का पर्यटन उद्योग एक बार फिर गहरे संकट में आ गया है। इस हमले के बाद, विशेषकर पश्चिम बंगाल के टूर ऑपरेटरों और पर्यटकों ने अपनी आगामी यात्राएं रद्द करनी शुरू कर दी हैं।
केंद्र सरकार और जम्मू-कश्मीर प्रशासन की ओर से पर्यटन को बढ़ावा देने के प्रयासों के बावजूद, यह आतंकी हमला कश्मीर की पर्यटन गतिविधियों को बड़ा झटका देता दिखाई दे रहा है।
पश्चिम बंगाल की प्रसिद्ध ट्रैवल एजेंसी कुंडु ट्रैवल्स ने गुरुवार को कश्मीर के लिए निर्धारित 43 पर्यटकों के समूह की यात्रा रद्द कर दी है। एजेंसी के सह-मालिक सौरमित्र कुंडु ने News Channel को बताया, ‘इस स्थिति में पर्यटकों को ले जाना संभव नहीं है। हमें 1 मई की यात्रा भी रद्द करनी पड़ सकती है। स्थिति सामान्य होनी चाहिए। लोग डरे हुए हैं। यह हमला सीधे तौर पर पर्यटन को निशाना बनाकर किया गया है। पिछले चार वर्षों में कश्मीर में पर्यटकों की संख्या तीन गुना तक बढ़ी थी—उसी प्रगति को रोकने का प्रयास किया गया है’।
‘जान है तो जहान है’: पर्यटक ले रहे पीछे हटने का फैसला
पूर्वी क्षेत्र के ट्रैवल एजेंट्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (TAAI) के अध्यक्ष और एयरकॉम ट्रैवल के मालिक अंजनी धानुका ने कहा, ‘कश्मीर की यात्रा को लेकर रद्दीकरण शुरू हो गया है। सभी यही कह रहे हैं, ‘जान है तो जहान है। बीते चार वर्षों में कश्मीर में पर्यटन चरम पर था, यह हमला उसी पर सीधा हमला है’।
कश्मीर में मौजूद पर्यटक भी लौट रहे
सूत्रों के अनुसार, वर्तमान में कश्मीर में मौजूद कई पर्यटक अपनी यात्रा को बीच में छोड़कर वापस लौटने लगे हैं। राज्य सरकार ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए स्थानीय टूर ऑपरेटरों और एजेंसियों से संपर्क साधा है।
परिवार की यात्रा भी रद्द: ‘पहलगाम जाना था, अब नहीं जाएंगे’
कोलकाता निवासी मिनु चटर्जी ने मई में अपने परिवार के साथ कश्मीर यात्रा की योजना बनाई थी। उन्होंने एक न्यूज चैनल से कहा, ‘हम बहुत उत्साहित थे, लेकिन मंगलवार की घटना के बाद हम सदमे में हैं। हम पहलगाम में रुकने वाले थे, लेकिन अब हमने पूरी यात्रा रद्द कर दी है। यह जगह कितनी खूबसूरत है, लेकिन हालात देखिए – अब हम नहीं जा सकते। आठ लोगों का पूरा परिवार जाना था, अब सबने फैसला ले लिया है’।
कश्मीर पर्यटन उद्योग की रिकवरी को लगेगा समय
पर्यटन विशेषज्ञों का मानना है कि इस प्रकार की घटनाएं न केवल वर्तमान में, बल्कि आने वाले समय में भी पर्यटकों के मन में भय पैदा करती हैं। लोगों के मन में विश्वास बहाल करने के लिए सरकार और पर्यटन उद्योग को मिलकर विशेष प्रयास करने होंगे। पहलगाम का यह आतंकी हमला कश्मीर के पर्यटन क्षेत्र के लिए एक बड़ी चुनौती बनकर सामने आया है। सरकार और उद्योग को साथ मिलकर पर्यटकों का भरोसा फिर से कायम करना होगा, ताकि कश्मीर की सुंदरता एक बार फिर पर्यटकों को आकर्षित कर सके।