Indo-Tibetan Border Police : नई दिल्ली : किन्नर कैलाश यात्रा मार्ग पर तांगलिंग क्षेत्र में बादल फटने के कारण ट्रैक का बड़ा हिस्सा बह जाने से सैकड़ों श्रद्धालु फंस गए थे। इंडो-तिब्बतन बॉर्डर पुलिस (आईटीबीपी) की 17वीं वाहिनी ने त्वरित कार्रवाई करते हुए रस्सी आधारित ट्रैवर्स क्रॉसिंग तकनीक का उपयोग कर अब तक 413 श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है।

आईटीबीपी के प्रवक्ता के. कमल ने बताया कि इस बचाव अभियान में 1 गजेटेड ऑफिसर, 4 सब-ऑर्डिनेट ऑफिसर और 29 अन्य रैंकों की आईटीबीपी टीम के साथ राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की एक टीम भी शामिल है। आज सुबह जिला प्रशासन, किन्नौर (हिमाचल प्रदेश) को यात्रियों के फंसे होने की सूचना मिली, जिसके बाद आईटीबीपी और एनडीआरएफ की संयुक्त टीमें तुरंत घटनास्थल पर रवाना हुईं और राहत कार्य में जुट गईं।

आईटीबीपी जिला प्रशासन और अन्य एजेंसियों के साथ समन्वय बनाए हुए है और राहत एवं बचाव कार्य निरंतर जारी रखे हुए है। प्रशासन ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देते हुए सभी आवश्यक कदम उठाए हैं। यहां बता दें कि किन्नर कैलाश हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिला में है। यहां से तिब्बत की सीमा मिलती है।
