नई दिल्ली: Land for job scam: दिल्ली की राउज एवेन्यू कोर्ट ने लैंड फॉर जॉब स्कैम मामले में लालू प्रसाद यादव, उनके बेटे तेजस्वी यादव और अन्य नामजद आरोपियों को समन जारी किया है। कोर्ट ने सभी आरोपियों को 11 मार्च को पेश होने का आदेश दिया है। यह मामला पश्चिम-मध्य रेलवे में हुई कथित नियुक्तियों से जुड़ा है, जिसमें नौकरी के बदले जमीन लिए जाने का आरोप लगा है।
सीबीआई ने दायर किया आरोपपत्र, 78 लोग नामजद
सीबीआई की ओर से दायर आरोपपत्र के आधार पर स्पेशल जज विशाल गोगने ने यह आदेश पारित किया है। इस मामले में कुल 78 लोगों को आरोपित किया गया है, जिसमें 30 सरकारी कर्मचारी और कुछ निजी व्यक्ति भी शामिल हैं। लालू यादव के करीबी सहयोगी प्रेम चंद गुप्ता और भोला यादव को भी तलब किया गया है। आरोप है कि प्रेम चंद गुप्ता ने लालू के साथ मिलकर इस घोटाले को अंजाम दिया।
क्या है लैंड फॉर जॉब स्कैम?
लैंड फॉर जॉब स्कैम उस समय सामने आया जब लालू यादव रेल मंत्री थे। यह मामला 2004 से 2009 के बीच पश्चिम-मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में ग्रुप-डी पदों पर नियुक्तियों से जुड़ा है। आरोप है कि लालू यादव ने उम्मीदवारों से उनके परिवार या सहयोगियों के नाम पर जमीन हस्तांतरित करवाई और इसके बदले उन्हें रेलवे में नौकरी दी गई।
सीबीआई ने इस मामले में 18 मई 2022 को जांच शुरू की थी, जिसमें लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी, दो बेटियां, और अन्य सरकारी अधिकारी नामजद हुए थे। अब तक इस मामले में 30 आरोपियों के खिलाफ अभियोजन की स्वीकृति मिल चुकी है।
नौकरी के बदले जमीन: आरोपियों पर क्या हैं आरोप?
इस मामले में सीबीआई का आरोप है कि लालू यादव ने रेलवे मंत्री रहते हुए नौकरी के बदले जमीन की साजिश रची थी। यह मामला तब सामने आया जब सीबीआई ने यह पाया कि रेलवे में नौकरी पाने के लिए उम्मीदवारों ने अपनी जमीन या अपने परिवार के सदस्य की जमीन रेलवे अधिकारियों को दे दी थी। इसके बदले उन्हें रेलवे में स्थायी नौकरी दी गई थी।
कुल 78 लोग हैं नामजद
इस घोटाले में 78 लोग नामजद किए गए हैं। इनमें सरकारी अधिकारी और रेलवे के कर्मचारी शामिल हैं। आरोपियों के खिलाफ सीबीआई ने कड़ी कार्रवाई की है और इस मामले में मुकदमा चलाने के लिए अभियोजन की स्वीकृति प्राप्त की है।
लालू और उनके परिवार के खिलाफ कार्रवाई
लालू यादव और उनके परिवार के खिलाफ यह मामला नया नहीं है। इससे पहले भी उनके खिलाफ कई जांच और मुकदमे चल रहे हैं। अब यह देखना होगा कि इस मामले में कोर्ट क्या फैसला सुनाता है और लालू यादव के लिए इस स्कैम के क्या परिणाम होंगे।
गहराती जा रही आरोपों की लकीर
लैंड फॉर जॉब स्कैम में लालू यादव और उनके परिवार पर आरोपों की लकीर अब और गहरी होती जा रही है। सीबीआई द्वारा दायर आरोपपत्र और कोर्ट के समन के बाद अब यह मामला और भी सख्ती से आगे बढ़ सकता है। लालू यादव और उनके सहयोगियों को 11 मार्च को कोर्ट में पेश होना होगा, और उनके खिलाफ आरोपों की सुनवाई जारी रहेगी। यह मामले के अगले मोड़ में बड़ा बदलाव ला सकता है, जिसमें राजनीतिक और कानूनी दृष्टिकोण से कई पहलुओं की जांच की जाएगी।