Lateha (Jharkhand) : झारखंड के लातेहार जिले में सदर अस्पताल की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है। समय पर एंबुलेंस नहीं मिलने से नाराज परिजन पोस्टमार्टम के बाद एक शव को कंधे पर रखकर पैदल ही निकल पड़े। यह घटना बुधवार को हुई जब वे सदर अस्पताल से थाना चौक पहुंचे, जहां उन्होंने नगर पंचायत कार्यालय के सामने सड़क जाम कर अपना विरोध जताया।
परिजनों ने आरोप लगाया कि दुर्घटना के 20 घंटे बीत जाने के बाद भी नगर पंचायत के किसी भी अधिकारी या एनजीओ के कर्मी ने उनसे संपर्क नहीं किया और न ही कोई सांत्वना दी। उन्होंने कहा कि छुट्टी के दिन भी मजदूर से काम करवाया गया, जो कि कानून का उल्लंघन है।
Latehar Ambulance Shortage Protest : पुलिस ने जबरन हटाया जाम, मामला दर्ज
प्रदर्शन के दौरान, आदिवासी नेता सुकू उरांव ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने शव ले जाने के लिए वाहन उपलब्ध नहीं कराया। जब वे अपने हक के लिए सड़क जाम कर रहे थे, तो पुलिस ने उन पर दबाव बनाया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने जबरन शव को उनके कंधे से छीनकर एंबुलेंस में रखा और उनके साथ दुर्व्यवहार किया।
जाम की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी सुरेंद्र महतो मौके पर पहुंचे और परिजनों से बात कर जाम हटाने का अनुरोध किया। हालांकि, परिजन अस्पताल प्रबंधन के खिलाफ कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे। यह घटना एक बार फिर ग्रामीण क्षेत्रों में स्वास्थ्य सेवाओं की कमी और प्रशासन की संवेदनहीनता को उजागर करती है।
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