लातेहार : झारखंड सरकार द्वारा शुरू किए गए “प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए लातेहार जिला प्रशासन ने जिला मुख्यालय में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया। यह कार्यशाला समाहरणालय सभागार में सुशासन सप्ताह के तहत आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्घाटन अपर समाहर्ता रामा रविदास ने दीप प्रज्वलित कर किया।

कार्यशाला का उद्देश्य और महत्व
अपर समाहर्ता रामा रविदास ने कहा कि इस कार्यक्रम का उद्देश्य ग्रामीण क्षेत्रों में प्रशासन की पहुंच सुनिश्चित करना है। उन्होंने कहा कि “प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम के माध्यम से ग्रामीणों को केंद्र और राज्य सरकार की योजनाओं से जोड़ा जा रहा है। इस पहल से बेरोजगार युवाओं और महिलाओं को स्वरोजगार के अवसर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
कार्यशाला में यह भी चर्चा हुई कि स्थानीय जनप्रतिनिधियों की भागीदारी इस कार्यक्रम की सफलता के लिए महत्वपूर्ण है। ग्रामीण विकास जनप्रतिनिधियों और प्रशासन के आपसी सहयोग से ही संभव हो सकता है।
समस्याओं का ऑन-द-स्पॉट निबटारा
अपर समाहर्ता ने बताया कि इस कार्यक्रम के तहत ग्रामीणों की समस्याओं का मौके पर ही समाधान किया जा रहा है। इसमें सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के साथ-साथ उनकी समस्याओं का निवारण प्राथमिकता के आधार पर किया जा रहा है।
पदाधिकारियों की भागीदारी
कार्यशाला में लातेहार के अनुमंडल पदाधिकारी अजय कुमार रजक, सिविल सर्जन डॉ. अवधेश कुमार सिंह, जिला जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. चंदन, जिला योजना पदाधिकारी समीर कुल्लू, और जिला खनन पदाधिकारी नदीम सफी सहित अन्य जिला स्तरीय अधिकारी उपस्थित थे। सभी अधिकारियों ने ग्रामीण विकास और योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन पर अपने विचार साझा किए।
ग्रामीणों के लिए योजनाओं का लाभ
कार्यशाला में यह भी बताया गया कि “प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम के जरिए विभिन्न सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, मनरेगा, कृषि योजनाओं, स्वास्थ्य सेवाओं और स्वरोजगार योजनाओं को ग्रामीणों तक पहुंचाया जा रहा है।
स्थानीय लोगों की भागीदारी
कार्यक्रम में स्थानीय लोगों और जनप्रतिनिधियों ने भी भाग लिया। जनप्रतिनिधियों ने अपनी राय व्यक्त की और ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को गति देने के लिए प्रशासन को सहयोग का आश्वासन दिया।
सुशासन सप्ताह का हिस्सा
“प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम सुशासन सप्ताह के तहत आयोजित किया जा रहा है। यह कार्यक्रम झारखंड सरकार की एक महत्वपूर्ण पहल है, जिसका उद्देश्य प्रशासन को जमीनी स्तर तक पहुंचाना और ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को बढ़ावा देना है।
अधिकारियों का संदेश
कार्यशाला में मौजूद अधिकारियों ने ग्रामीणों को भरोसा दिलाया कि उनकी समस्याओं का समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा। साथ ही, सरकारी योजनाओं का लाभ सभी पात्र व्यक्तियों तक पहुंचाने के लिए हरसंभव प्रयास किए जाएंगे।
कार्यक्रम की सराहना
कार्यशाला में उपस्थित ग्रामीणों और जनप्रतिनिधियों ने इस पहल की सराहना की। उन्होंने इसे गांवों के विकास और समस्याओं के समाधान के लिए एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
“प्रशासन गांव की ओर” कार्यक्रम के जरिए झारखंड सरकार ने ग्रामीण विकास की दिशा में एक नई शुरुआत की है। इस पहल से न केवल प्रशासन की पहुंच गांवों तक बढ़ेगी, बल्कि ग्रामीणों के जीवन में भी सकारात्मक बदलाव आएंगे।