जमशेदपुर: एलबीएसएम कॉलेज के प्राचार्य और साहित्यकार डॉ. अशोक कुमार को भारत सरकार के संस्कृति मंत्रालय द्वारा आयोजित एशिया महादेश के सबसे बड़े साहित्य उत्सव में शिरकत करने का अवसर मिला है। इस कार्यक्रम की शुरुआत शुक्रवार से हो चुकी है और यह आगामी 11 मार्च तक चलेगा।
शास्त्रीय भाषा पर प्रस्तुत करेंगे शोध आलेख
डॉ. अशोक कुमार को 8 मार्च को दिल्ली में आयोजित इस साहित्य उत्सव में “शास्त्रीय भाषा की अवधारणा” और “मैथिली” विषय पर शोध आलेख प्रस्तुत करने के लिए आमंत्रित किया गया है। यह कार्यक्रम भारत के प्रमुख साहित्यिक आयोजन के रूप में जाना जाता है, जिसमें देशभर से लगभग 700 साहित्यकार शामिल हो रहे हैं।
पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन
इस साहित्य उत्सव में भारत की राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने पुस्तक प्रदर्शनी का उद्घाटन किया था। इस प्रदर्शनी में 24 भाषाओं के साहित्यकारों के द्वारा प्रस्तुत साहित्य और उनकी रचनाओं की प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है।
साहित्य अकादमी से जुड़ी उपलब्धियां
डॉ. अशोक कुमार को साहित्य के क्षेत्र में “अविचल नाम” से भी जाना जाता है। वे साहित्य अकादमी के कार्यकारी परिषद के सदस्य रहे हैं और पूर्वोत्तर क्षेत्र के समन्वयक के रूप में भी अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा चुके हैं। हाल ही में, उनकी छबीसवीं पुस्तक “झारखंड का कथा परिवेश” को साहित्य अकादमी द्वारा प्रकाशित किया गया है।