बनारस। IIT BHU: सख्त कानूनी प्रावधानों के बावजूद किसी भी छात्रा के साथ छेड़छाड़ की घटना आम होती जा रही है। आम सड़क व बाजार में मनचले मौका देखकर छेड़छाड़ या अभद्र व्यवहार करने की ताक में रहते हैं लेकिन जब संवेदनाओं को झकझोर देनेवाली घटना किसी बड़े तकनीकी संस्थान में हो तो क्या कहा जाए। इसी तरह की एक घटना वाराणसी के काशी हिन्दू विश्वविद्वालय में गत बुधवार को घटित हुई। जिसमें आईआईटी की सेकेंड ईयर की छात्रा को बंदूक दिखाकर कपड़े उतारने के लिए युवको ने मजबूर किया।
क्या है पूरा मामला?
यह घटना आईआईटी बीएचयू कैम्पस में बुधवार की आधी रात को तब घटी, जब छात्रा गर्ल्स हास्टल से टहलने के लिए बाहर निकली कि तभी मोटरसाइकिल से तीन युवक बंदूक ले कर एक छात्रा के पीछे पड़ गए। उन्होंने उसके कपड़े उतरवाए और उसका वीडियो भी बनाया। यह घटना अपने आप में काफी भयानक है और इसके बाद से आईआईटी के छात्र-छात्राओं के बीच आक्रोश बढ़ गया है।
छात्र-छात्राओं ने उठाई आवाज
दरअसल, इस चौंकाने वाली घटना घटने के बाद आईआईटी बीएचयू के छात्र-छात्राओं ने अपनी सुरक्षा पर ध्यान देने और कैंपस की सुरक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग की है। उन्होंने कैम्पस के विभिन्न स्थानों पर बैरिकेडिंग लगवाने की मांग की है, खासकर रात के समय में। वे यह भी मांग कर रहे हैं कि कैमरे विभिन्न स्थानों पर लगाए जाएं, जिससे भविष्य में इस तरह की घटना होने पर आरोपियों को पहचानने में आसानी हो। छात्र-छात्राएं इस मांग को लेकर उनके अधिकार की रक्षा करने की मांग कर रहे हैं।
आधी रात को हुई घटना, मदद मांगने प्रोफेसर के घर पहुंची छात्रा
आईआईटी बीएचयू के कैम्पस में घटी इस घटना के बाद, जिस छात्रा के साथ यह घटना हुई, वो इतना डर गई थी कि वह रात के समय घटना स्थल के पास ही स्थित प्रोफेसर के घर मदद के लिए गई। छात्रा ने बताया कि उन्होंने प्रोफेसर के घर में 20 मिनट तक ठहरी रही। बाद में प्रोफेसर ने छात्रा को अपने घर के गेट तक छोड़ दिया। फिर, उन्होंने पार्लियामेंट सिक्यूरिटी कमेटी के अध्यक्ष राहुल राठौर से मिलकर आईआईटी बीएचयू के पेट्रोलिंग गार्ड्स की पुनरीक्षण की मांग की है। छात्रा चाहती हैं कि इस घटना के दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए।
आईआईटी प्रशासन ने उठाए सुरक्षात्मक कदम
घटना के बाद, आईआईटी बीएचयू के प्रशासन ने सुरक्षा मजबूत करने के लिए कई कदम उठाए हैं। रजिस्ट्रार ने एक आदेश जारी किया है, जिसमें कैम्पस के बाहर बैरियर को रात 10 बजे से सुबह 5 बजे तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। साथ ही, गाड़ियों पर आईआईटी बीएचयू के स्टीकर और परिचय पत्र की जांच के बाद ही बैरियर से अंदर आने की अनुमति होगी।
छात्रों ने प्रशासन के इस कदम का स्वागत किया है लेकिन अभी भी उनका मानना यह है कि यह कदम अभी कमजोर है और प्रशासन को सुरक्षा के मामले में और कड़े कदम उठाने की जरूरत है।
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