हाथरस : Main Accused Hathras Incident Arrested : हाथरस कांड का मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर गिरफ्तार हो गया है। उसने आत्मसमर्पण किया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। हालांकि, आरोपी के वकील एपी सिंह ने बताया कि मामले के मुख्य आरोपी देवप्रकाश मधुकर उसी भगदड़ में घायल हो गए थे। उनका अस्पताल में इलाज चल रहा है। जैसे ही वह ठीक हो जाएंगे, उन्हें एसआईटी के सामने पेश किया जाएगा।
दूसरी ओर, हादसे को लेकर बाबा सूरजपाल ने कहा है कि वह इस घटना से बहुत ज्यादा दुखी है। वहीं सूरजपाल का कहना है कि लोगों को प्रशासन पर विश्वास रखना चाहिए। किसी भी उपद्रवी को बख्शा नहीं जाएगा। बाबा ने कहा कि दुख की इस घड़ी में प्रभु लोगों को इससे उबरने की शक्ति दें। इसके साथ ही सूरजपाल को उनके अनुयायी ‘भोले बाबा’ के तौर पर जानते हैं। हाथरस में सत्संग के दौरान मची भगदड़ के बाद पहली बार सूरजपाल का बयान सामने आया है।
सूरजपाल ने कहा है कि 2 जुलाई की घटना के बाद मैं बहुत दुखी हूं। भगवान हमें यह दर्द सहने की शक्ति दे। लोग सरकार एवं प्रशासन पर विश्वास बनाए रखें। मुझे विश्वास है कि अराजकता फैलाने वाले किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा. बाबा ने आगे कहा कि मैंने अपने वकील एपी सिंह के माध्यम से समिति के सदस्यों से शोक संतप्त परिवारों और घायलों के साथ खड़े रहने और जीवन भर उनकी मदद करने का अनुरोध किया है। यहां बता दें कि हाथरस हादसे में अब तक 121 लोगों की मौत हुई है।
Main Accused Hathras Incident Arrested : 80 हजार के परमिशन पर पहुंच गए ढाई लाख लोग
बाबा के सत्संग में हुई भारी भीड़ के बारे में पूछे गए सवाल पर आरोपी के वकील एपी सिंह ने कहा कि सत्संग में बहुत सारे लोग थे, क्योंकि फरवरी से जून तक कोई कार्यक्रम आयोजित नहीं किया गया था।
वहीं बाबा के सत्संग के लिए आयोजनकर्ताओं ने प्रशासन से 80 हजार लोगों की परमिशन ली थी, लेकिन देखते-देखते ढाई लाख लोगों की भीड़ जुट गई। इतनी भीड़ को कंट्रोल करने के लिए कोई सिस्टम नहीं था। उनके लिए न पानी था और न पंखे का इंतजाम। हॉल का एंट्री गेट एक ही था। एग्जिट पॉइंट भी एक ही था। कोई इमरजेंसी एग्जिट नहीं था। सत्संग जैसे आयोजनों में मेडिकल हेल्प और एंबुलेंस का इंतजाम करना जरूरी होता है। बाबा के सत्संग में ये इंतजाम भी नहीं था।
Main Accused Hathras Incident Arrested : 2 जुलाई को बाबा के सत्संग में मची थी भगदड़
बता दें कि हाथरस के सिकंदरराऊ में फुलराई और मुगलगढ़ी गांव में 2 जुलाई को भोले बाबा का सत्संग था। वहीं सत्संग के बाद लोगों में प्रसाद स्वरूप बाबा के पैरों के निशान छूने और गाड़ी के टायर के नीचे की धूल लेने की होड़ मची। इस दौरान सेवादारों ने भीड़ को कंट्रोल करने के लिए डंडे चला दिए। वाटर कैनन का भी इस्तेमाल किया गया। बचने-बचाने के चक्कर में लोग एक-दूसरे पर गिरने लगे।
Main Accused Hathras Incident Arrested : भगदड़ मचते ही निकल गए बाबा
रिपोर्ट के मुताबिक, भगदड़ मचते ही बाबा अपने खास चेलों और सेवादारों के साथ हाथरस से निकल गए। वहीं वो मैनपुरी के बिछुवा स्थित अपने आश्रम पहुंचे। इसके साथ ही बता दें कि ऐसी रिपोर्ट है कि बाबा इसी आश्रम में अंडग्राउंड है, लेकिन रसूख के चलते पुलिस उसे अरेस्ट नहीं कर रही है।
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने हाथरस मामले की जांच के लिए एसआईटी बनाई है। एसआईटी के हेड अनुपम कुलश्रेष्ठ ने शुक्रवार को कहा कि हाथरस भगदड़ की जांच कर रही टीम ने अब तक 90 लोगों के बयान दर्ज किए हैं। उन्होंने कहा है कि निश्चित रूप से, जुटाए गए सुबूत कार्यक्रम के आयोजकों की ओर से दोषी होने का इशारा करते हैं।
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