साहिबगंज (झारखंड), 4 मई 2025: झारखंड के साहिबगंज जिले में रविवार की शाम एक सनसनीखेज वारदात सामने आई है। नगर थाना क्षेत्र के चैती दुर्गा मंदिर के समीप स्थित जीएस इलेक्ट्रॉनिक्स दुकान में घुसकर दो नकाबपोश अपराधियों ने दुकान संचालक संजीव कुमार गुप्ता उर्फ गुड्डू कुमार गुप्ता (उम्र लगभग 35 वर्ष) की गोली मारकर हत्या कर दी। यह घटना शाम करीब 7:45 बजे की बताई जा रही है।
कैसे दिया गया वारदात को अंजाम
प्राप्त जानकारी के अनुसार, दो नकाबपोश युवक बाइक पर सवार होकर दुकान पर पहुंचे। उन्होंने ग्राहक बनकर पहले पंखा दिखाने को कहा। इस दौरान एक युवक ने अचानक पिस्तौल निकाली और काउंटर पर बैठे संजीव कुमार गुप्ता के सीने में सटाकर गोली चला दी। गोली लगते ही संजीव कुमार कुर्सी से उठे और दुकान के गेट पर आकर गिर पड़े। आनन-फानन में परिजन और आसपास के लोग उन्हें लेकर सदर अस्पताल पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
घटना की पूरी तस्वीर दुकान में लगे सीसीटीवी कैमरे में कैद हो गई है। फुटेज में साफ दिख रहा है कि दोनों युवक दुकान में प्रवेश करते हैं, पंखा देखने का बहाना करते हैं और फिर एक युवक अचानक हमला कर देता है। आसपास की अन्य दुकानों में भी सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं, जिनके फुटेज खंगाले जा रहे हैं ताकि अपराधियों की पहचान की जा सके।

पुलिस महकमा हरकत में, जांच जारी
घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक (एसपी) अमित कुमार सिंह, मुख्यालय डीएसपी विजय कुशवाहा, नगर थाना प्रभारी अमित गुप्ता और जिरवाबाड़ी थाना प्रभारी शशि कुमार सिंह मौके पर पहुंचे और छानबीन शुरू कर दी। फिलहाल हत्या के कारणों का स्पष्ट पता नहीं चल सका है, लेकिन व्यक्तिगत रंजिश या व्यावसायिक दुश्मनी की आशंका से भी इनकार नहीं किया जा रहा।
संजीव गुप्ता का पारिवारिक और सामाजिक जीवन
मृतक संजीव गुप्ता के पिता गौरी शंकर गुप्ता, रेलवे में लोको पायलट थे, जिनका निधन तीन वर्ष पूर्व हो गया था। संजीव अपने माता-पिता के इकलौते पुत्र थे। उनके परिवार में पत्नी, करीब 9 साल का बेटा, 7 साल की बेटी और बुजुर्ग मां हैं। दोनों बच्चे संत जेवियर स्कूल में पढ़ते हैं। संजीव गुप्ता मिलनसार स्वभाव के व्यक्ति माने जाते थे और इलेक्ट्रॉनिक्स दुकानदार होने के साथ-साथ, कई संस्थानों के सीसीटीवी सिस्टम के मेंटेनेंस का कार्य भी करते थे।

इलाके में मातम और दहशत का माहौल
घटना के बाद पूरे इलाके में दहशत और आक्रोश का माहौल है। स्थानीय लोगों और व्यापारियों ने प्रशासन से अपराधियों की त्वरित गिरफ्तारी और सख्त कार्रवाई की मांग की है। संजीव गुप्ता की मौत से न सिर्फ उनका परिवार, बल्कि पूरा समाज स्तब्ध और शोकाकुल है।