Jamshedpur (Jharkhand) : लौहनगरी जमशेदपुर के मानगो स्थित एमजीएम अस्पताल में अब तंबाकू उत्पादों के खिलाफ सख्त अभियान चलाया जा रहा है। शुक्रवार को इस अभियान के तहत अस्पताल परिसर में गुटखा खाते पकड़े गए एक युवक को होमगार्ड जवानों ने रंगे हाथों पकड़ लिया, जिसके बाद परिसर में अफरा-तफरी मच गई।
जब जवानों ने युवक को टोका तो उसने हाथ जोड़कर माफी मांगी और भविष्य में गलती न दोहराने का वादा किया। मानवता के आधार पर उसे चेतावनी देकर छोड़ा गया, लेकिन अधिकारियों ने स्पष्ट कर दिया है कि अगली बार किसी को बख्शा नहीं जाएगा।
तंबाकू निषेध पर प्रशासन का सख्त रुख
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि तंबाकू निषेध अभियान के तहत निगरानी बढ़ा दी गई है। मुख्य द्वार सहित कई स्थानों पर चेतावनी बोर्ड लगाए गए हैं, जिनमें साफ तौर पर लिखा गया है कि पान, गुटखा, तंबाकू या किसी भी नशीले पदार्थ के साथ प्रवेश पूर्णतः वर्जित है। इस नियम का उल्लंघन करने पर 200 रुपये का जुर्माना लिया जाएगा और बार-बार नियम तोड़ने वालों पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
होमगार्ड जवानों की तैनाती, जागरूकता बढ़ाने के लिए पोस्टर
अस्पताल प्रशासन ने बताया कि परिसर को स्वच्छ, सुरक्षित और रोगमुक्त बनाए रखने के लिए विशेष रूप से होमगार्ड जवानों की तैनाती की गई है। मरीजों, परिजनों और आगंतुकों से अपील की गई है कि वे अस्पताल में गुटखा, पान मसाला, तंबाकू आदि का सेवन न करें। इसके अतिरिक्त, अस्पताल के प्रवेश द्वार, वार्डों और गलियारों में तंबाकू निषेध के जागरूकता पोस्टर लगाए गए हैं, ताकि हर किसी को नियमों की जानकारी हो और एक स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
आम जनता ने सराहा प्रशासन का कदम
अस्पताल परिसर में मौजूद लोगों ने इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि तंबाकू सेवन से न सिर्फ स्वच्छता प्रभावित होती है, बल्कि मरीजों की सेहत को भी गंभीर खतरा होता है। यह अभियान न सिर्फ जनहित में एक अनुकरणीय कदम है, बल्कि यह अस्पताल को अनुशासित और स्वास्थ्यवर्धक बनाए रखने की दिशा में भी महत्वपूर्ण प्रयास है।
नागरिकों से प्रशासन की अपील
अस्पताल प्रशासन और नगर प्रशासन की ओर से आम नागरिकों से सहयोग की अपील की गई है। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की जिम्मेदारी है कि वह तंबाकू मुक्त वातावरण बनाने में अपना योगदान दे, ताकि एमजीएम अस्पताल राज्य का पहला पूर्ण तंबाकू निषेध परिसर बन सके।