नई दिल्ली : Mohan Yadav मध्य प्रदेश के नए मुख्यमंत्री होंगे। नया सोमवार को भारतीय जनता पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व ने उनके नाम पर मोहर लगा दी। इसके बाद भोपाल में भाजपा विधायकों ने उन्हें अपना नेता चुन लिया। मोहन यादव निवर्तमान सरकार में उच्च शिक्षा मंत्री रहे हैं। उन्हें आरएसएस की भी पसंद माना जाता है। यादव की नियुक्ति को उनके पूर्ववर्ती शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chouhan) की राजनीतिक राह (कम से कम राज्य में) के अंत के रूप में देखा जा रहा है। Mohan Yadav को राज्य विधायक दल का नेता चुने जाने के बाद शिवराज सिंह चौहान ने राज्यपाल मंगूभाई पटेल को अपना इस्तीफा सौंप दिया।
इसके साथ ही पिछले 8 दिनों से मुख्यमंत्री के नाम पर लगाए जा रहे हैं कयास पर विराम लग गया है। वही मोहन यादव को मुख्यमंत्री बनाए जाने को यूपी व बिहार से जोड़कर देखा जा रहा है। कहां जा रहा है कि इन दोनों राज्यों में यादव वोटरों की संख्या अच्छी खासी है जो अभी तक भाजपा से दूर है ऐसे में मध्य प्रदेश में एक यादव को मुख्यमंत्री बनाकर भाजपा ने यादव कार्ड खेला है और इसके जरिए यादव वोटरों को लुभाने की कोशिश की है। अब देखना होगा कि इसका असर यूपी व बिहार में कितना होता है।
सिर्फ बीजेपी में ही मेरे जैसे छोटे कार्यकर्ता को बनाया जा सकता है सीएम:
मोहन यादव ने सीएम बनाए जाने की घोषणा के बाद कहा, “मुझे इतनी बड़ी जिम्मेदारी देने के लिए मैं पीएम मोदी, अमित शाह, जेपी नड्डा, शिवराज सिंह चौहान, वीडी शर्मा को धन्यवाद देता हूं। यह केवल बीजेपी ही है जो मेरे जैसे छोटे से कार्यकर्ता को इतनी बड़ी जिम्मेदारी दे सकती है।” उन्होंने कहा कि जो जिम्मेदारी पार्टी ने उन्हें सौंपा है उसका वह पूरी ईमानदारी के साथ निर्वहन करेंगे।
जानिए Mohan Yadav के राजनीतिक जीवन के बारे में
Mohan Yadav का राजनीतिक सफर छात्रसंघ सचिव के रूप में शुरू हुआ। इसके बाद अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद से जुड़े और बाद में एबीवीपी के प्रदेश मंत्री भी रहे। इसके बाद 2013 में भाजपा ने उन्हें विधायक का टिकट दिया और मोहन यादव पहली बार विधायक बने। इसके बाद 2018 के मध्य प्रदेश विधान सभा चुनाव में उन्हें फिर से चुना गया। राज्य की राजनीति में यादव का प्रभाव तब और मजबूत हुआ, जब उन्होंने 2 जुलाई, 2020 को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व वाली सरकार में कैबिनेट मंत्री के रूप में शपथ ली।
कांग्रेस उम्मीदवार को 12 हजार वोटों से हराया
इस विधानसभा चुनाव में मोहन यादव ने कांग्रेस उम्मीदवार चेतन प्रेमनारायण यादव के खिलाफ 12,941 वोटों के अंतर से जीत हासिल करते हुए उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक बने हैं।
जाति का बैलेंस बनाने के लिए दो मुख्यमंत्री भी बनाए गए:
भाजपा ने Mohan Yadav को मध्य प्रदेश का मुख्यमंत्री बनकर ओबीसी कार्ड खेला है लेकिन इसका वोटरों पर नकारात्मक प्रभाव न पड़े इसके लिए भाजपा ने मुख्यमंत्री के साथ दो उपमुख्यमंत्री भी बनाए हैं।
राजेंद्र शुक्ल के जरिए जहां ब्राह्मण वोटरों को खुश करने की कोशिश की गई है। वहीं जगदीश देवड़ा के जरिए अनुसूचित जाति के वोटरों को भी भाजपा ने साधा है|

Mohan Yadav को दी जीत की बधाई
शिवराज सिंह चौहान ने मोहन यादव के मध्यप्रदेश के सीएम बनने की घोषणा के तुरंत बाद मीडिया से चर्चा नहीं की थी। लेकिन थोड़ी देर बाद ही उनका ट्वीट आ गया। इसमें उन्होंने मोहन यादव को जीत के लिए बधाई दी। मोहन यादव के नए सीएम बनने की घोषणा के बाद शिवराज सिंह चौहान ने भी गुलदस्ता देकर उन्हें बधाई दी। इस पर मोहन यादव ने शिवराज सिंह चौहान के पैर छूकर आशीर्वाद लिया|
कर्मठ साथी श्री @DrMohanYadav51 जी को भाजपा विधायक दल की बैठक में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री मनोनीत किये जाने पर हार्दिक बधाई।
मुझे विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री श्री @narendramodi जी के कुशल मार्गदर्शन में आप मध्यप्रदेश को प्रगति एवं विकास की नई ऊँचाइयों पर ले जायेंगे तथा… pic.twitter.com/NkVo2PrV9x
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) December 11, 2023
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि मोहन यादव को भाजपा विधायक दल की बैठक में मध्यप्रदेश का मुख्यमंत्री मनोनीत किये जाने पर हार्दिक बधाई। मुझे विश्वास है कि आदरणीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीजी के कुशल मार्गदर्शन में आप मध्यप्रदेश को प्रगति एवं विकास की नई ऊंचाइयों पर ले जायेंगे तथा जनकल्याण के क्षेत्र में नये कीर्तिमान रचेंगे। इस नई जिम्मेदारी के लिए बहुत-बहुत बधाई, शुभकामनाएं|

