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Jamshedpur Montha Cyclone : पूर्वी सिंहभूम में सील किए जाएंगे जर्जर सरकारी भवन, DC के निर्देश पर एक नवंबर तक सभी अधिकारी अलर्ट मोड पर

by Anand Mishra
Jamshedpur DC Meting Cyclone Montha
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Jamshedpur (Jharkhand) : मोंथा चक्रवात की संभावित स्थिति को देखते हुए‌ पूर्वी सिंहभूम जिला प्रशासन पूरी तरह सक्रिय हो गया है। डीसी ने निर्देश दिया है कि जिले में मौजूद सभी जर्जर सरकारी भवनों को सील कर दिया जाए ताकि किसी भी तरह की दुर्घटना की आशंका न रहे। जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकार की बैठक बुधवार को डीसी ऑफिस स्थित कार्यालय कक्ष में डीसी कर्ण सत्यार्थी की अध्यक्षता में हुई।

मीटिंग में डीसी ने कहा कि मौसम विभाग के मुताबिक चक्रवात मोंथा के प्रभाव से अगले 2-3 दिनों तक पूर्वी सिंहभूम जिले में तेज हवा और भारी बारिश होने की आशंका है। उन्होंने सभी नगर निकाय, प्रखंड और अंचल अधिकारियों को निर्देश दिया कि किसी भी कीमत पर जानमाल का नुकसान नहीं होने दिया जाए। इसके लिए फील्ड में लगातार निगरानी की जाए और सभी अधिकारी एक नवंबर तक अलर्ट मोड पर रहें।

डीसी ने जर्जर स्कूलों व भवनों की रिपोर्ट मांगी

डीसी ने जर्जर सरकारी भवनों, आंगनबाड़ी केंद्रों और स्कूलों को चिन्हित कर तुरंत रिपोर्ट देेने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसी सभी इमारतों को सील कर दिया जाए, ताकि किसी दुर्घटना की आशंका न रहे। साथ ही जरूरी होने पर आश्रय गृह चालू करने और फूड सप्लायर को स्टैंडबाय पर रखने का निर्देश दिया गया। चक्रवात के कारण किसी भी नागरिक के घर, संपत्ति या फसल को नुकसान पहुंचता है तो फौरन सर्वे कर रिपोर्ट भेजने को कहा गया है, ताकि मुआवजा देने की कार्रवाई वक्त पर प्रारंभ हो सके।

सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों व उप केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा

स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर उपायुक्त ने सभी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों और उप केंद्रों में दवाओं की उपलब्धता की समीक्षा करने, अतिरिक्त एंबुलेंस को ऑन कॉल रखने और सोशल मीडिया, माइकिंग व अन्य माध्यमों से लोगों को जागरूक करने का निर्देश दिया। डीसी ने बताया कि इस समय घाटशिला विधानसभा क्षेत्र में आदर्श आचार संहिता लागू है। जिले में राजनीतिक गतिविधियों पर नज़र रखी जा रही है। अगर कोई राजनीतिक दल आपदा की स्थिति में नागरिकों की मदद करना चाहता है, तो प्रशासन के माध्यम से ही सहयोग पहुंचाने की व्यवस्था है।

सुरक्षा संसाधनों की उपलब्धता पर जोर

उन्होंने यह भी निर्देश दिया कि सभी प्रखंड स्तर पर कमांड सेंटर चिन्हित किए जाएंगे और गोताखोर, रस्सी, लाइफ जैकेट सहित अन्य सुरक्षा संसाधन तैयार रखे जाएंगे। पेड़ गिरने या बिजली के पोल या तार क्षतिग्रस्त होने पर फौरन कार्रवाई की जाएगी। बैठक में उप विकास आयुक्त नागेंद्र पासवान, रूरल एसपी ऋषभ गर्ग, एडीएम लॉ एंड ऑर्डर भगीरथ प्रसाद सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। बीडीओ, सीओ और थाना प्रभारी ऑनलाइन माध्यम से जुड़े।

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