Home » Road Accident : इन चार राज्यों में होती है सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं, नितिन गडकरी ने किए चौंकाने वाले खुलासे

Road Accident : इन चार राज्यों में होती है सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं, नितिन गडकरी ने किए चौंकाने वाले खुलासे

नितिन गडकरी ने दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि लोग कानून का पालन नहीं करते हैं। उन्होंने अधिकारियों से इस पर कड़ी निगरानी रखने और अनुशासन लागू करने की अपील की है।

by Rakesh Pandey
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

सेंट्रल डेस्क : केंद्रीय सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने हाल ही में संसद में एक बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि भारत में हर साल सड़क दुर्घटनाओं के कारण लगभग 1,78,000 लोगों की जान जाती है। इनमें से 60 प्रतिशत पीड़ित 18 से 34 साल के होते हैं, जो सड़क सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल उठाते हैं। गडकरी ने यह भी कहा कि इस संकट को देखते हुए उन्होंने अपने कार्यकाल के दौरान यह लक्ष्य तय किया था कि 2024 तक सड़क दुर्घटनाओं और मौतों में 50 प्रतिशत की कमी आएगी। हालांकि, उनका यह मानना है कि इस दिशा में उनकी कोशिशें पूरी तरह सफल नहीं हो पाई हैं और दुर्घटनाओं की संख्या में कमी के बजाय वृद्धि हुई है।

भारत के चार राज्यों में सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएं

नितिन गडकरी ने संसद में उन राज्यों का खुलासा किया जहां सड़क दुर्घटनाओं की संख्या सबसे ज्यादा है। इन राज्यों में उत्तर प्रदेश, तमिलनाडु, महाराष्ट्र और मध्य प्रदेश शामिल हैं। गडकरी ने बताया कि उत्तर प्रदेश में 23,652 सड़क दुर्घटनाएं दर्ज की गईं, जबकि तमिलनाडु में 18,347, महाराष्ट्र में 15,366 और मध्य प्रदेश में 13,798 सड़क दुर्घटनाएं हुईं। इन आंकड़ों से स्पष्ट है कि इन राज्यों में सड़क सुरक्षा की स्थिति अत्यंत गंभीर है और इन इलाकों में दुर्घटनाओं की संख्या में कमी लाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की जरूरत है।

प्रमुख शहरों में दुर्घटनाओं के बताए आंकड़े

इसके अलावा, गडकरी ने देश के कुछ प्रमुख शहरों में सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़े भी साझा किए। उन्होंने बताया कि दिल्ली देश का सबसे बुरी तरह प्रभावित शहर है, जहां 1,457 से अधिक मौतें हुईं। इसके बाद बेंगलुरु में 915 मौतें और जयपुर में 850 मौतें दर्ज की गईं। इन आंकड़ों से यह साबित होता है कि भारत के महानगरों में भी सड़क सुरक्षा की स्थिति बहुत दयनीय है।

सड़क सुरक्षा पर गडकरी का कड़ा बयान

नितिन गडकरी ने सड़क दुर्घटनाओं के बढ़ते आंकड़ों को लेकर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि सड़क सुरक्षा के मामले में लोग कानून का पालन नहीं करते हैं। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि कई लोग हेलमेट नहीं पहनते, रेड सिग्नल को नजरअंदाज करते हैं और ट्रकों को सड़क पर कही भी खड़ा कर देते हैं। ट्रक चालक ट्रक लेन अनुशासन का पालन नहीं करते, जो दुर्घटनाओं के मुख्य कारण बनते हैं। उन्होंने अधिकारियों से इस पर कड़ी निगरानी रखने और अनुशासन लागू करने की अपील की है।

अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर उठानी पड़ती है शर्मिंदगी

नितिन गडकरी ने यह भी स्वीकार किया कि जब वह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन में भाग लेने जाते हैं, तो उन्हें भारत की सड़क सुरक्षा प्रणाली पर चर्चा करने में शर्मिंदगी महसूस होती है। उन्होंने कहा कि उन्हें अक्सर अपना चेहरा छिपाने की कोशिश करनी पड़ती है, क्योंकि भारत की सड़क सुरक्षा स्थिति अंतर्राष्ट्रीय मानकों से बहुत पीछे है। इसके अलावा, गडकरी ने भारतीय बसों के निर्माण में अंतरराष्ट्रीय सुरक्षा मानकों को अपनाने का आदेश दिया है। उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि बसों में खिड़की के पास हथौड़ा रखा जाए, ताकि दुर्घटना की स्थिति में उसे आसानी से तोड़ा जा सके और यात्रियों की जान बचाई जा सके।

Read Also- Jharkhand Crime : भारत माला परियोजना में गोलीबारी, एक अपराधकर्मी गिरफ्तार, दूसरा घायल

Related Articles