पटना : बिहार मंत्रीमंडल विस्तार की हलचल तेज: बिहार कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अखिलेश प्रसाद सिंह ने शनिवार को जोर देकर कहा कि उनकी पार्टी को भरोसा है कि नीतीश कुमार सरकार में पार्टी को समुचित भागीदारी मिलेगी। कांग्रेस नेता राहुल गांधी की मानहानि के मामले में दोषसिद्धि स्थगित करने के उच्चतम न्यायालय के फैसले का जश्न मनाने के लिए आयोजित कार्यक्रम के दौरान सिंह ने संवाददाताओं के समक्ष यह भरोसा व्यक्त किया।
राज्यसभा सदस्य सिंह शुक्रवार रात को दिल्ली स्थित राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ पार्टी नेता राहुल गांधी की हुई मुलाकात के दौरान मौजूद थे। उनसे जब बहु प्रतिक्षित बिहार मंत्रिमंडल विस्तार के बारे में पूछा गया तब उन्होंने यह टिप्पणी की।
बिहार प्रदेश कांग्रेस कमेटी (बीपीसीसी) अध्यक्ष ने कहा कि राजद प्रमुख के छोटे बेटे और बिहार के उप मुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी आवश्यक हस्तक्षेप का भरोसा दिया है। सिंह ने कहा कि तेजस्वी भी आज पटना आ रहे हैं। उन्होंने हमसे कहा कि वह इस मुद्दे को मुख्यमंत्री के समक्ष उठायेंगे। हम कांग्रेस की समुचित भागीदारी को लेकर निश्चित हैं।
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से पिछले साल अगस्त में अलग होने के बाद नीतीश कुमार महागठबंधन में शामिल हुए और नयी सरकार बनाई जिसमें कांग्रेस के दो मंत्री शामिल हैं। नीतीश कुमार नीत जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के महागठबंधन में शामिल होने से पहले केवल राजद, कांग्रेस और वाम दल उसके सदस्य थे।
कांग्रेस ने स्पष्ट किया है कि उसे मंत्रिमंडल में अपने दो और सदस्य चाहिए। सिंह से पूछा गया कि राज्य सरकार ने हाल में कई बोर्ड और आयोग का पुनर्गठन किया गया और ऐसे में कांग्रेस के प्रतिनिधित्व को क्यों नजर अंदाज किया गया। इसपर उन्होंने कहा कि हम इसे इस तरह से नहीं देखते हैं।
इनमें से कुछ निकायों का पुनर्गठन किया गया है और कुछ में यह प्रक्रिया जारी है। हम निश्चित हैं कि कांग्रेस की समुचित भागीदारी होगी। सिंह पूछा गया कि क्या कांग्रेस विपक्षी दलों के गठबंधन ‘इंडिया’ के ‘चेहरे’ के रूप में राहुल गांधी को पेश करने पर विचार कर रही है तो उन्होंने कहा कि इसपर फैसला सभी साझेदार आपसी सहमति से लेंगे।