नई दिल्ली : अब पूरे भारत में एक देश-एक समय (IST) लागू करने की राह पर सरकार चल चुकी है। इसके लिए मसौदा भी तैयार कर लिया गया है। भारतीय मानक समय नियम- 2024 आईएसटी के अंतर्गत इसका उपयोग प्रशासनिक, वाणिज्यिक एवं आधिकारिक दस्तावेजों में टाइम रेफरेंस के रूप में किया जाएगा। इसके लिए इसरो की भी सहायता ली जा रही है।
इस संबंध में मांगा गया है सुझाव
एक देश, एक कर और एक देश, एक चुनाव के बाद अब भारत सरकार एक देश, एक समय के नियम को भी लागू करने जा रही है। इसके लिए भारतीय मानक समय नियम- 2024 का मसौदा भी तैयार है। इसे धरातल पर उतारने के लिए सरकार के उपभोक्ता मंत्रालय द्वारा 14 फरवरी तक लोगों से सुझाव मांगा गया है। यदि यह नियम लागू हो जाता है, तो पूरे देश में सभी को एक तय टाइम जोन का ही पालन करना होगा।
इन क्षेत्रों के लिए होगा अनिवार्य
अधिकारिक और कमर्शियल प्लेटफार्म्स के लिए भारतीय मानक समय ( IST) का पालन करना अनिवार्य होगा। इसके उल्लंघन पर जुर्माने का भी प्रावधान होगा। जिन क्षेत्रों में भारतीय मानक समय- 2024 को लागू करने की अनिवार्यता होगी, उनमें वाणिज्य, परिवहन, कानूनी अनुबंध, वित्तीय संचालन और सार्वजनिक प्रशासन जैसे क्षेत्र शामिल होंगे।
यह होगा फायदा
भारतीय मानक समय नियम- 2024 के अंतर्गत यह सुनिश्चित किया जाएगा कि दो डिवाइस अथवा सिस्टम एक समान समय को साझा करते हैं। इसके पक्ष में वैज्ञानिकों की ओर से यह तर्क दिया जा रहा है कि पूरे देश में एक टाइम जोन होने से, रेल और हवाई हादसों से बचाव किया जा सकेगा, क्योंकि ऐसे हादसों में एक नैनो सेकंड का अंतर भी बहुत अधिक महत्व होता है।
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