पटना : एम्स की तरह अब IGIMS( इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना) में भी मरीजों को सस्ती दवा उपलब्ध कराई जाएगी। इससे कैंसर और हार्ट पेशेंट को बड़ी राहत मिलेगी। IGIMS की सेंट्रल फार्मेसी द्वारा सभी दवा और अन्य मेडिकल सामग्री की खरीदारी, जिनकी खपत दर अधिक है, सीधे तौर पर कंपनी से की जाएगी।
30 से 90 प्रतिशत तक सस्ती मिलेगी दवा
एम्स की तरह अब IGIMS( इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान, पटना) अपने यहां भर्ती मरीजों को 30 से 90% तक सस्ती दवा उपलब्ध कराने के लिए कमर कस चुका है। दवा के साथ-साथ अन्य सर्जिकल उपकरण भी सस्ती दरों पर मरीजों को उपलब्ध कराए जाएंगे। इस संबंध में यहां की सेंट्रल फार्मेसी को दिशा-निर्देश भी जारी कर दिए गए हैं। जारी दिशा- निर्देश के अनुसार अब सेंट्रल फार्मेसी सीधे दवा निर्माता कंपनियों से ही अनुबंध के तहत दवाइयां खरीदेंगी। संस्थान द्वारा मरीजों को 30 से 70% की रियायत दरों पर ही दवा उपलब्ध कराई जाएगी।
कैंसर एवं हार्ट के मरीज को मिलेगी राहत
इससे सबसे अधिक फायदा कैंसर एवं हार्ट के मरीजों को मिलेगा। बाजार में कैंसर और हार्ट की दवा बहुत महंगी दरों पर मिलती है। इसका खर्च वहन कर पाना सबके लिए बहुत मुश्किल होता है। यदि IGIMS की यह योजना धरातल पर उतरती है, तो कैंसर और हार्ट के मरीजों को रियायती दरों पर दवा मिलने में सुविधा होगी। यदि कैंसर की कोई दवा बाजार में 10 हजार रुपये में मिल रही है, तो वही दवा अस्पताल में 3 हजार से 7 हजार रुपये तक में मरीजों के लिए उपलब्ध होगी। वैसे सरकार भी कैंसर और हार्ट की दवा पर सब्सिडी प्रदान करती है।
बचेगा परिवहन तथा कमीशन का खर्च
IGIMS की सेंट्रल फार्मेसी द्वारा सीधे तौर पर दवा निर्माता कंपनियों से दवा एवं अन्य सर्जिकल उपकरण खरीदने से अतिरिक्त फिजूलखर्ची बचेगी। जो धन दवा के परिवहन एवं मेडिकल रिटेलर मरीजों से कमीशन के रूप में वसूल करते हैं, उससे भी मरीज को राहत मिल पाएगी। इस परियोजना को धरातल पर उतारने के लिए सेंट्रल फार्मेसी को सीधे कंपनियों से रेट कॉन्ट्रैक्ट कर दवा तथा अन्य मेडिकल सामग्री की खरीदारी का निर्देश संस्थान प्रबंधन की ओर से दिया गया है।