सेंट्रल डेस्क : जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारत द्वारा शुरू किए गए ‘ऑपरेशन सिंदूर’ ने पाकिस्तान की हवाई सुरक्षा प्रणाली की असलियत उजागर कर दी है। चीन निर्मित HQ-9 एयर डिफेंस सिस्टम पर भरोसा करने वाले पाकिस्तान को भारतीय मिसाइलों ने एक के बाद एक निशाने पर लेते हुए करारा झटका दिया।
HQ-9 : चीन का सिस्टम, लेकिन भारत के सामने नहीं चला
HQ-9 चीन द्वारा विकसित एक लंबी दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल प्रणाली है, जिसे China Precision Machinery Import-Export Corporation (CPMIEC) ने बनाया है।
पाकिस्तान ने इसे 2021 में शामिल किया था, जिसकी रेंज 125 से 300 किलोमीटर तक बताई जाती है।
तकनीकी अंतर
S-400 बनाम HQ-9 : भारत के पास मौजूद S-400 की तुलना में HQ-9 तकनीकी रूप से कमजोर है।
HQ-9 की तैनाती में 35 मिनट, जबकि S-400 मात्र 5 मिनट में एक्टिव हो जाता है।
HQ-9 का रडार सिस्टम सुपरसोनिक मिसाइलों को ट्रैक करने में असमर्थ साबित हुआ है।
पाकिस्तान का HQ-9 क्यों हुआ फेल
रडार की कमजोरियां
HQ-9 का रडार सिस्टम भारत की ब्रह्मोस और रुद्रम जैसी मिसाइलों की गति और स्टील्थ तकनीक को पहचानने में विफल रहा।
भारत की SEAD रणनीति
भारतीय वायुसेना ने SEAD (Suppression of Enemy Air Defenses) रणनीति के तहत:
Sukhoi-30 MKI
KH-31P एंटी-रेडिएशन मिसाइल
स्वदेशी रुद्रम-1 मिसाइल का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के एयर डिफेंस रडार को पहले ही निष्क्रिय कर दिया।
चाइनीज हथियारों की गुणवत्ता पर सवाल
HQ-9 सहित अधिकांश चीनी हथियार प्रणाली सीमित युद्ध स्थितियों में अपेक्षित प्रदर्शन देने में असमर्थ हैं। पाकिस्तान की 95% सैन्य निर्भरता चीन पर है, जो एक रणनीतिक कमजोरी बन गई है।
भारतीय मिसाइल और वायुशक्ति का प्रदर्शन
ब्रह्मोस मिसाइल
सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल (गति: 2.8 Mach)
HQ-9 जैसे सिस्टम के लिए अपराजेय
बहावलपुर जैसे पाक ठिकानों पर सटीक निशाना
S-400 एयर डिफेंस सिस्टम
400 किमी की रेंज
मल्टी-टारगेट क्षमता
पाकिस्तान के F-16 विमानों को दूर शिफ्ट होना पड़ा
राफेल और सुखोई-30 MKI
मेटियोर, ब्रह्मोस और R-77 मिसाइलों से लैस
HQ-9 की रेंज से बाहर रहकर हमला करने में सक्षम
पिनाका और K-9 वज्र
तेज़ और सटीक ग्राउंड अटैक सिस्टम
पाकिस्तानी SH-15 हॉवित्जर की तुलना में अधिक प्रभावी
सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर HQ-9 की विफलता चर्चा का विषय बनी रही।
एक यूजर ने लिखा : ‘भारत की नौ मिसाइलें HQ-9 की मौजूदगी में टारगेट पर पहुंचीं, ये चीनी तकनीक की पोल खोलता है’।
दूसरे ने कहा : ‘चाइनीज माल सस्ता होता है, पर जंग में नहीं चलता। HQ-9 इसका ताजा उदाहरण है’।
HQ-9 की क्षमता और सीमाएं
विशेषता HQ-9
रेंज 125 – 300 किमी
अधिकतम गति > Mach 4 (~4900 किमी/घंटा)
रडार सिस्टम सीमित ट्रैकिंग क्षमता
मिसाइल वज़न 180 किलोग्राम तक
टारगेट ट्रैकिंग ~100 (क्लेम किया गया, पुष्टि नहीं)
फ्लाइट एल्टीट्यूड 12 किमी, 41 किमी, 50 किमी (तीन वैरिएंट)


