Palamu (Jharkhand) : झारखंड के पलामू जिले में बुधवार रात पुलिस और उग्रवादियों के बीच मुठभेड़ के बाद, पुलिस मुख्यालय की एक उच्च स्तरीय टीम गुरुवार को जांच के लिए मौके पर पहुंची। इस टीम का नेतृत्व केन्द्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) के पुलिस महानिरीक्षक साकेत सिंह ने किया, उनके साथ आईजी अभियान माइकल राज और आईजी अनूप बिरथरे भी मौजूद थे।
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अधिकारियों ने सबसे पहले मुठभेड़ में घायल जवान रोहित कुमार से एमएमसीएच में मुलाकात की और उनका हालचाल जाना। इसके बाद, सभी अधिकारी पुलिस लाइन ग्राउंड पहुंचे, जहां उन्होंने शहीद जवानों- संतन मेहता और सुनील राम को भावभीनी श्रद्धांजलि दी। इस मौके पर जिले की उपायुक्त समीरा एस., एसपी रिष्मा रमेशन, विधायक आलोक चौरसिया, और अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।
नक्सलियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी
आईजी माइकल राज ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “झारखंड पुलिस जवानों के बलिदान को व्यर्थ नहीं जाने देगी।” उन्होंने कहा कि पुलिस को बड़े पैमाने पर जांच अभियान चलाने का निर्देश दिया गया है। उन्होंने नक्सलियों और उग्रवादियों को आत्मसमर्पण करने की चेतावनी देते हुए कहा कि अगर टीएसपीसी कमांडर शशिकांत और उसका दस्ता खुद को सरेंडर नहीं करता है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई जारी रहेगी।
कुछ नक्सलियों के भी मारे जाने व घायल होने की सूचना
गौरतलब है कि यह मुठभेड़ बुधवार रात करीब 12:30 बजे तब हुई, जब पुलिस टीम मनातू थाना क्षेत्र के केदल जंगल में तलाशी अभियान चला रही थी। उसी दौरान, 10 लाख के इनामी उग्रवादी शशिकांत के दस्ते ने पुलिस पर अंधाधुंध गोलीबारी शुरू कर दी। जवाबी कार्रवाई में कुछ नक्सलियों के भी घायल या मारे जाने की खबर है, हालांकि उनके शव अभी तक बरामद नहीं हुए हैं।