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सोनपुर मेला पर संकट के बादल, थिएटर का लाइसेंस नहीं मिलने पर लोगों में आक्रोश, बंद करा दी दुकानें

by Rakesh Pandey
थिएटर का लाइसेंस नहीं मिलने पर लोगों में आक्रोश
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पटना : विश्व प्रसिद्ध सोनपुर मेला ठप हो गया। स्थानीय लोग और थिएटर संचालकों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल कर दिया है। साथ ही मेला के सभी दुकान और स्टॉल भी बंद करवा दिए गए हैं। इनका आरोप है कि एक सप्ताह बीत जाने के बावजूद अब तक सारण जिला प्रशासन की ओर से थिएटर और मौत का कुआं का लाइसेंस नहीं दिया गया है। सोनपुर के चिड़िया मठ में स्थानीय लोगों और व्यवसायियों ने एक बैठक बुलाकर यह फैसला लिया है। यही नहीं, प्रशासन को 5 बजे तक का इसके लिए अल्टीमेटम भी दिया गया है। शनिवार को बड़ी संख्या में लोग मेला घूमने पहुंचे थे, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी। 25 नवंबर, 2023 को सोनपुर के हरिहर क्षेत्र मेले का बिहार के उपमुख्यमंत्री तेजस्वी प्रसाद यादव ने उद्घाटन किया था।

सोनपुर मेला के एक हफ्ते बाद प्रशासन का रुख
मेला आम लोगों के लिए सजाकर तैयार है। 25 नवंबर को उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने इसका विधिवत उद्घाटन भी किया था, लेकिन उद्घाटन के करीब एक हफ्ता बीत जाने के बाद भी प्रशासन का रुख स्पष्ट नहीं है। सोनपुर मेला में लगे पांच थिएटर में से किसी भी थिएटर को लाइसेंस नहीं दिया गया है। यही नहीं, कई दिनों तक मेले में लगे झूले को भी लाइसेंस नहीं दिया गया है, जिससे व्यवसायियों को रोज लाखों रुपए का नुकसान उठाना पड़ रहा है।

थिएटर चालू नहीं होने से नहीं आ रहे लोग
मेला बंद होने का मुख्य कारण थिएटर संचालन के लिए लाइसेंस नहीं देना बताया गया है। ऐसा माना जा रहा है कि थिएटर नहीं चालू होने का असर आने वाली भीड़ पर पड़ रहा था। सोनपुर मेला का मुख्य आकर्षण यहां का थिएटर बताया जाता है। भीड़ कम होने का असर मेले में लगाये गये दुकानों पर पड़ रहा था। बीते 7 दिनों से थिएटर संचालक लाइसेंस को लेकर जिला प्रशासन से गुहार लगा रहे थे, बावजूद लाइसेंस नहीं दिया गया।

थिएटर का लाइसेंस नहीं मिलने पर लोगों में आक्रोश

सोनपुर मेले में पांच थिएटरों को सजाया गया है। इससे नाराज व्यवसायियों और स्थानीय लोगों ने मिलकर मेला को अनिश्चितकाल के लिए बंद करने का निर्णय लिया है। दरअसल, सोनपुर मेले के नखास का टेंडर लाखों रुपए में किया गया था। स्थानीय लोगों का दावा है कि टेंडर के मैप में थिएटर को भी दिखाया गया था। वहीं, थिएटर नहीं चालू होने से थिएटर मालिकों में आक्रोश है। कई राज्यों से रोजी-रोटी की तलाश में थिएटर में काम करने वाले पहुंचे लोगों को भी काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

राजगीर मेले में लाइसेंस देकर जगमगाया गया था
सोनपुर के चिड़िया मठ में आहूत बैठक में यह भी चर्चा की गई कि बिहार के राजगीर में कुछ दिन पहले ही मलमास मेले का आयोजन किया गया था। इसमें पहले दिन से खेल तमाशा, झूला, मौत का कुआ, सर्कस व थिएटर आदि का लाइसेंस देकर पूरी तरीके से जगमगा दिया गया था। परंतु हरिहर क्षेत्र सोनपुर मेला के उद्घाटन के सप्ताह भर बाद भी किसी प्रकार का लाइसेंस न देकर मेले को पूरी तरह समाप्त करने की साजिश की जा रही है।

सरकार पर सोनपुर मेला को उजाड़ने का आरोप
उद्घाटन के दिन से ही बिहार सरकार की मंशा पर सवाल उठ रहे हैं। 25 नवंबर को जब मेले का उद्घाटन उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव कर रहे थे, तब उन्हीं के पार्टी के स्थानीय विधायक राम अनुज प्रसाद राय ने कहा था कि सरकार दूसरी जगह मेला सजा रही है, लेकिन सोनपुर मेला को उजड़ा जाना नहीं चाहिए। उनका इशारा राजगीर मेले की ओर था। सोनपुर के चिड़िया मठ में आम लोगों और व्यावसायिकों के बीच हुई बैठक में भी यह कहा गया कि सरकार सोनपुर मेला उजाड़ने की साजिश रच रही है।

बैरिकेडिंग से आम लोगों को परेशानी
सोनपुर मेले में पूर्णिमा के दिन से ही 7 किलोमीटर दूर ही गाड़ियों को रोक दिया जा रहा है। इसके कारण इस बार मेले में स्नान करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या काफी कम रही। मेले के सप्ताह भर बीत जाने के बाद भी विभिन्न चौक चौराहा पर बैरिकेडिंग कर गांव में ही ग्रामीणों को प्रवेश नहीं करने दिया जा रहा है। साथ ही व्यापारियों को भी मेले में सामान लाने में काफी परेशानी हो रही है।

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