धनबाद: एक गर्भवती महिला की अस्पताल में मौत हो जाने के बाद परिजनों का आक्रोश भड़क उठा। लोगों ने चिकित्सा में लापरवाही का आरोप लगाते जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। मामले धनबाद के एग्यारकुंड क्षेत्र के गलफरबाड़ी मोड़ के समीप स्थित कुमारधुबी हॉस्पिटल का है। यहां गुरुवार को 21 वर्षीय गर्भवती महिला सामोली दास को भर्ती कराया गया था। इलाज के दौरान इस महिला की मौत हो गई। इसके बाद परिवार के लोगों और ग्रामीणों ने इलाज में लापरवाही बरतने का आरोप लगा कर जमकर हंगामा किया।

लोगों का आक्रोश देख भागे अस्पताल के कर्मी
सामोली दास की मौत की खबर बाहर आते ही अस्पताल परिसर का माहौल ही बदल गया। देखते ही देखते हंगामा शुरू हो गया और लोग तोड़फोड़ करने लगे। हालात की नजाकत को देखते हुए वहां मौजूद डॉक्टर और सभी कर्मचारी भाग गए।

छह माह की गर्भवती थी सामोली दास
मृतक महिला सामोली दास के परिवार के लोगों के अनुसार सामोली छह माह की गर्भवती थी। सबकुछ ठीकठाक चल रहा था। बुधवार की सुबह करीब छह बजे अचानक उसके पेट में दर्द होने लगा। दर्द बढ़ने पर उसे सुबह आठ बजे कुमारधुबी हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया। यहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने उसके ऑपरेशन की बात कही।

ऑपरेशन के बाद ठीक थी सामोली
अस्पताल में जांच करने के बाद संबंधित डॉक्टर ने परिवार के लोगों को बताया कि बच्चा पेट में ही खराब हो गया है इसलिए ऑपरेशन कर उसे निकालना होगा। डॉक्टर के कहने पर परिवार के लोग तैयार हो गए। डॉक्टरों ने ऑपरेशन किया और ऑपरेशन के बाद सामोली नॉर्मल हो गई। आईसीयू में वह शाम चार बजे तक ठीक थी। सभी से बात भी कर रही थी।
रात में बिगड़ी तबीयत, सुबह हो गई मौत
परिवार के लोगों ने बताया कि सबकुछ ठीकठाक था लेकिन रात में अचानक उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद सुबह करीब नौ बजे डॉक्टर ने बताया कि सामोली की मौत हो गई है। परिवारवालों ने आरोप लगाया कि रात में डॉक्टर और स्टाफ ने सामोली की देखभाल ठीक से नहीं की। इसके कारण उसकी जान चली गई।
खबर सुनते ही अस्पताल में जमा हो गए ग्रामीण

गर्भवती महिला की मौत की खबर सुनकर काफी संख्या में परिवार से जुड़े लोग और आसपास के ग्रामीण अस्पताल परिसर में जुट गए। समूह में जमा लोगों ने हंगामा करना शुरू कर दिया। स्थिति इतनी अराजक हो गई कि मौके पर मौजूद डॉक्टर और कर्मचारियों ने वहां से भाग निकलने में ही अपनी भलाई समझी।
इलाज करनेवाले डॉक्टर को बुलाने की मांग पर अड़े थे लोग
अस्पताल परिसर में आक्रोशित लोगों ने जमकर बवाल किया और हॉस्पिटल में तोड़फोड़ की। वे लोग इलाज करने वाले डॉक्टर और हॉस्पिटल मालिक को बुलाने की मांग पर अड़े हुए थे। मौत के लिए इन दोनों को ही दोषी ठहरा रहे थे। उनका कहना था कि जब हॉस्पिटल में महिला का इलाज के लिए डॉक्टर नहीं थे तो मरीज को क्यों भर्ती लिया गया। सूचना मिलने पर गलफरबाड़ी ओपी (Out Post) की पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने लोगों को समझाकर स्थिति को नियंत्रित किया।