सेंट्रल डेस्कः शनिवार को केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के आंध्र प्रदेश के प्रस्तावित दौरे से राजनीतिक तनाव पैदा हो गया है। इसकी वजह है आंध्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एपीसीसी) की प्रमुख वाईएस शर्मिला रेड्डी, जिन्होंने राज्य में उनकी उपस्थिति का विरोध किया है। हाल ही में राज्यसभा सत्र के दौरान शाह पर डॉ बी आर अंबेडकर का अपमान करने का आरोप लगाया था। रेड्डी ने शाह की टिप्पणी की निंदा करने के लिए अंबेडकर की मूर्तियों पर राज्यव्यापी विरोध प्रदर्शन की योजना की घोषणा की।
माफी मांगे अमित शाह
रेड्डी ने कहा, ‘अंबेडकर का अपमान करने वाले अमित शाह को आंध्र प्रदेश में पैर रखने का कोई अधिकार नहीं है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी उनके दौरे का कड़ा विरोध करती है और सार्वजनिक माफी की मांग करती है। इस अवसर पर हम पार्टी नेतृत्व से अंबेडकर गुरू की प्रतिमाओं पर बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन करने का आह्वान करते हैं। अमित शाह को तुरंत देश की जनता से सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। हम मंत्री पद से उनके तत्काल इस्तीफे की मांग करते हैं।
रेड्डी ने शाह की टिप्पणी की निंदा करने में विफल रहने के लिए आंध्र प्रदेश में तेलुगू देशम पार्टी (तेदेपा) और जन सेना पार्टी (जेएसपी) सहित बीजेपी के सहयोगियों की आलोचना की।
संविधान निर्माता का अपमान, देशद्रोह के समान
रेड्डी ने कहा, “संविधान निर्माताओं का अपमान करना देशद्रोह के समान है। खचाखच भरे सदन में अंबेडकर का मजाक उड़ाने वाले अमित शाह देशद्रोही हैं। जो लोग देशद्रोहियों की टिप्पणियों की निंदा किए बिना या उनसे माफी मांगने के लिए कहे बिना उनका आतिथ्य सत्कार करते हैं, वे भी इस देश के गद्दार हैं। जो पार्टियां उनके साथ मंच साझा करती हैं और जो पार्टियां चुप रहती हैं, वे ऐसी पार्टियां हैं जो देश के साथ धोखा कर रही हैं। कांग्रेस नेता ने बीजेपी के सहयोगी दलों पर संविधान निर्माता की गरिमा के ऊपर राजनीतिक लाभ को प्राथमिकता देने का भी आरोप लगाया।
इस बीच, गृह मंत्री अमित शाह शनिवार को टीडीपी प्रमुख और आंध्र प्रदेश के सीएम चंद्रबाबू नायडू से मिलने वाले हैं। उनका रविवार को राज्य में कई कार्यक्रमों में हिस्सा लेने का भी कार्यक्रम है।