Chaibasa : कांग्रेस नेता राहुल गांधी के 6 अगस्त को चाईबासा स्थित एमपी-एमएलए विशेष अदालत में संभावित पेशी को लेकर पश्चिमी सिंहभूम जिला प्रशासन और पुलिस महकमा सतर्क हो गया है। बुधवार को टाटा कॉलेज मैदान में सुरक्षा तैयारियों की समीक्षा के लिए जिला प्रशासन, पुलिस अधिकारी, सीआरपीएफ, एसडीओ, एसडीपीओ और सिविल सर्जन की संयुक्त बैठक आयोजित की गई। अधिकारियों ने मैदान का निरीक्षण कर सुरक्षा व्यवस्था को अंतिम रूप दिया।
क्या कहा शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता प्रताप कटिहार ने कहा, “राहुल गांधी जैसे वरिष्ठ नेता को न्यायालय का सम्मान करना चाहिए। अदालत के सम्मन से भागने की बजाय पेश होकर जवाब देना जिम्मेदारी का परिचायक है।” उन्होंने राजनीतिक मर्यादा और भाषा की गरिमा बनाए रखने की भी अपील की। प्रताप कटिहार के वकील केशव प्रसाद ने कहा है कि यदि राहुल गांधी कोर्ट में उपस्थित नहीं होते, तो फिर से गैर-जमानती वारंट और संभवतः इश्तेहार जारी किया जा सकता है।अब निगाहें 6 अगस्त पर टिकी हैं, जब राहुल गांधी को अदालत में अपना पक्ष रखना होगा।
यह पेशी इस बहुचर्चित मानहानि मामले की दिशा तय कर सकती है। यह मामला 2018 में कांग्रेस अधिवेशन के दौरान राहुल गांधी द्वारा भाजपा नेता अमित शाह पर की गई एक विवादास्पद टिप्पणी से जुड़ा है। इस बयान को लेकर भाजपा नेता प्रताप कटिहार ने 9 जुलाई 2018 को चाईबासा सीजेएम कोर्ट में मानहानि का मुकदमा दर्ज कराया था। लंबे समय तक पेशी से बचते रहे राहुल गांधी को अब कोर्ट ने सख्त रुख अपनाते हुए 26 जून को गैर-जमानती वारंट जारी किया था।
इसके बाद राहुल गांधी ने हाईकोर्ट में याचिका दायर की। मामला पहले रांची स्थानांतरित किया गया था, लेकिन अब चाईबासा में एमपी-एमएलए स्पेशल कोर्ट की स्थापना होने के बाद केस पुनः यहीं स्थानांतरित हो गया है। अदालत ने राहुल गांधी के वकील की मौजूदगी में 6 अगस्त की पेशी की तारीख तय कर दी है।राहुल गांधी की पेशी को लेकर झारखंड कांग्रेस भी पूरी तरह सक्रिय हो गई है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राजेश ठाकुर खुद चाईबासा में मौजूद हैं और तैयारियों पर नजर बनाए हुए हैं।