रांची : पिछले 24 घंटे में झारखंड के विभिन्न इलाकों में तापमान में बदलाव देखा गया। राज्य के डाल्टेनगंज में अधिकतम 30.0 डिग्री सेल्सियस तक तापमान दर्ज किया गया, जबकि गढ़वा में न्यूनतम तापमान 10.9 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया। आज के मौसम की बात करें तो, राज्य में मौसम शुष्क रहेगा। सुबह के समय में कोहरा था और रात में ठंड बढ़ने की उम्मीद जताई जा रही है।
मौसम विज्ञान केंद्र, रांची के मौसम वैज्ञानिक अभिषेक आनंद के अनुसार बंगाल की खाड़ी के दक्षिणी और पश्चिमी भाग में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। हालांकि इसका असर मुख्य रूप से तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में देखा जाएगा, लेकिन झारखंड पर भी इसका आंशिक प्रभाव पड़ेगा। इसके परिणामस्वरूप राज्य में अगले दो-तीन दिनों तक दिन में बादल छाए रहेंगे, जिससे अधिकतम तापमान में तीन से चार डिग्री की गिरावट हो सकती है। वहीं, न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की वृद्धि होने की संभावना है। इसका मतलब है कि दिन और रात के तापमान में अब ज्यादा अंतर नहीं रहेगा।
इस दौरान, झारखंड के लोग कोहरे और ठंड के मौसम से प्रभावित होंगे। विशेष रूप से सुबह और रात के समय ठंड और कोहरे का असर अधिक होगा, जिससे लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
झारखंड में सर्दी का असर धीरे-धीरे महसूस होने लगा है और आने वाले दिनों में इस ठंड का असर और भी बढ़ने का अनुमान है। मौसम में बदलाव के साथ दिन और रात के तापमान में काफी गिरावट आई है। अब लोग सुबह और शाम के समय तो ठंड महसूस कर ही रहे हैं, दिन के वक्त भी ठंड का अहसास होने लगा है। दिन की शुरुआत कुहासे और धुंध के साथ होती है और शाम होते ही एक बार फिर से कुहासा वातावरण को घेर लेता है। रात में शीतलहर भी शुरू हो गई है, जिसके कारण लोग गर्म कपड़ों का इस्तेमाल करने लगे हैं।
इस बदलाव के साथ-साथ बाजारों में गर्म कपड़ों की मांग भी तेजी से बढ़ी है। स्वेटर, जैकेट, टोपी, मफलर, इनर आदि की खरीदारी जोर पकड़ने लगी है। वहीं अस्पतालों में भी ठंड के कारण मरीजों की संख्या बढ़ गई है, खासकर सांस संबंधी समस्याओं और अस्थमा से पीड़ित लोग ज्यादा प्रभावित हो रहे हैं। मौसम विभाग ने बताया कि सूर्य के दक्षिणायन होने के कारण अब दिन छोटे और रातें लंबी हो गई हैं और इसके साथ ही तापमान में गिरावट आई है।
तापमान में गिरावट का असर
झारखंड का औसत अधिकतम तापमान अब 26 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 12 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है। इस गिरते तापमान के कारण अब लोग ठंड का अहसास करने लगे हैं और गर्म कपड़े पहनने लगे हैं। बाजार में इस मौसम के दौरान तिब्बत बाजार और ल्हासा मार्केट सज चुके हैं, जहां गर्म कपड़े खरीदी जा रहे हैं। फुटपाथ पर भी गर्म कपड़ों की बिक्री में तेजी आई है, जिससे यह प्रतीत होता है कि लोग ठंड से बचने के लिए तैयार हो गए हैं।
बारिश और बढ़ती ठंड का अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार बंगाल की खाड़ी में एक लो प्रेशर एरिया पिछले तीन दिनों से बना हुआ था और अब वह चक्रवात में परिवर्तित हो चुका है। इसका असर झारखंड में भी दिख सकता है। अगले कुछ दिनों में हल्की बारिश हो सकती है और 3 दिसंबर के बाद तापमान में और अधिक गिरावट हो सकती है, जिससे ठंड और बढ़ने की संभावना है।
बच्चों और बुजुर्गों पर असर
मौसम में आए इस बदलाव का सबसे ज्यादा असर छोटे बच्चों और बुजुर्गों पर पड़ रहा है। खासकर वे लोग जो अस्थमा या श्वास संबंधी समस्याओं से जूझ रहे हैं, उनके लिए यह मौसम और भी चुनौतीपूर्ण हो सकता है। डॉक्टरों का कहना है कि ठंड के इस मौसम में ब्लडप्रेशर में अचानक उतार-चढ़ाव आ सकता है, इसलिए जिनके ब्लडप्रेशर के मरीज हैं, उन्हें ठंड से बचने के लिए विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जा रही है।
इसके अलावा, ठंड के मौसम में डायबिटीज के मरीजों की समस्याएं भी बढ़ सकती हैं। डॉक्टरों के अनुसार, सर्दी के मौसम में ब्रेन हैमरेज और हार्ट अटैक जैसे गंभीर स्वास्थ्य खतरे भी बढ़ जाते हैं। ठंड के साथ-साथ संक्रामक बीमारियां जैसे डायरिया, निमोनिया आदि का भी खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में विशेषज्ञों का कहना है कि लोगों को खासतौर पर बुजुर्गों, बच्चों और बीमारियों से पीड़ित व्यक्तियों को ठंड से बचने की पूरी कोशिश करनी चाहिए।
लोगों से अपील
मौसम विभाग और डॉक्टरों ने झारखंड के लोगों से अपील की है कि वे ठंड से बचने के लिए जरूरी उपायों को अपनाएं। खासकर बुजुर्गों और बच्चों को ठंड से बचाने के लिए उचित कपड़े पहनने, घर के भीतर ही रहने और ज्यादा ठंडी हवा से बचने की सलाह दी जा रही है। इसके अलावा, स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से बचने के लिए डॉक्टर की सलाह लेना और समय-समय पर अपनी सेहत की जांच कराना जरूरी है।