

Jamshedpur : झारखंड के शिक्षा मंत्री और घाटशिला विधानसभा के विधायक रामदास सोरेन के निधन से पूरे राज्य में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके निधन पर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा, रघुवर दास, चंपई सोरेन, स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी और ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह समेत कई नेताओं ने गहरा दुख व्यक्त किया है।

मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का भावुक संदेश
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने एक्स (Twitter) पर श्रद्धांजलि देते हुए लिखा है, “ऐसे छोड़ कर नहीं जाना था रामदास दा… अंतिम जोहार…”

विधायक कल्पना सोरेन ने जताया दुख
मुख्यमंत्री की पत्नी और गांडेय विधानसभा की विधायक कल्पना मूर्मू सोरेन ने लिखा है कि झामुमो और झारखंड के लिए यह दोहरी क्षति असहनीय है। झारखंड राज्य आंदोलनकारी, सरल और सौम्य व्यक्तित्व के धनी, झारखंडियत के पैरोकार रामदास सोरेन का निधन एक अपूरणीय क्षति है। मरांग बुरु दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करे और शोक संतप्त परिजनों को शक्ति दे।

पूर्व मुख्यमंत्रियों की संवेदना
पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन ने कहा है कि रामदास सोरेन के निधन की दुखद सूचना से व्यथित हूं। ईश्वर उनकी आत्मा को शांति दें और परिजनों को शक्ति प्रदान करें।
पूर्व मुख्यमंत्री रघुवर दास ने लिखा है कि बाबा बैद्यनाथ उनकी आत्मा को शांति और परिजनों को यह असीम दुख सहने की शक्ति दें।
पूर्व केंद्रीय मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा ने कहा है कि ईश्वर दिवंगत आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें और शोकाकुल परिवार को संबल प्रदान करें।
मंत्रियों की भावुक प्रतिक्रिया
स्वास्थ्य मंत्री इरफान अंसारी ने उन्हें “कोल्हान का सबसे बड़ा और आदिवासी समाज का प्रख्यात नेता” बताते हुए कहा है कि मैं लगातार उनकी स्थिति पर नजर रख रहा था, परंतु अंततः हम यह संघर्ष हार गए। उनके साथ बिताए हर पल सदा स्मरणीय रहेंगे।ग्रामीण विकास मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने लिखा है कि उनके योगदान और जनसेवा को सदैव याद किया जाएगा। ईश्वर शोकाकुल परिवार को धैर्य दे।
राजनीति और समाज को बड़ी क्षति
रामदास सोरेन अपने सरल स्वभाव, जनसेवा के प्रति समर्पण और आदिवासी समाज में मजबूत पकड़ के लिए जाने जाते थे। उनके निधन से झारखंड की राजनीति और शिक्षा जगत को अपूरणीय क्षति हुई है।
