

Ramgarh (Jharkhand) : रामगढ़ जिले के रजरप्पा थाना क्षेत्र में कोयला तस्करों का आतंक चरम पर है। स्थिति इतनी गंभीर है कि सीसीएल (CCL) अधिकारियों द्वारा पकड़ी गईं अवैध हाईवा गाड़ियां भी अब फरार हो चुकी हैं। इससे भी चौंकाने वाली बात यह है कि जब सीसीएल के अधिकारी इन गाड़ियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराने थाने पहुंचे, तो पुलिस ने उनका आवेदन लेने से ही इनकार कर दिया। यह आरोप खुद सीसीएल रजरप्पा क्षेत्र के जीएम कल्याणजी प्रसाद ने लगाया है।

पुलिस सहयोग नहीं कर रही : जीएम
जीएम कल्याणजी प्रसाद ने कहा कि सीसीएल ने कोयला तस्करों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की, लेकिन उन्हें पुलिस का अपेक्षित सहयोग नहीं मिल रहा है। उन्होंने बताया कि पुलिस द्वारा आवेदन न लेने के कारण वे अब मजबूरन ऑनलाइन प्राथमिकी दर्ज कराएंगे। इससे पहले भी, जीएम ने वन क्षेत्र में अवैध खनन की सूचना वन विभाग को दी थी। उनकी सूचना पर डीएफओ नीतीश कुमार भी जानिया मारा जंगल पहुंचे, जहां अवैध कोयले का भंडारण किया गया था। लेकिन, उनके पहुंचने से पहले ही तस्करों ने सभी गाड़ियों और कोयले के भंडार को वहां से हटा दिया था।

वन विभाग की कार्रवाई भी हुई नाकाम
डीएफओ नीतीश कुमार ने बताया कि जीएम की सूचना के बाद वे कोयला जब्त करने पहुंचे थे, लेकिन वहां सिर्फ ट्रैक्टर से ही पहुंचा जा सकता था। उन्होंने आसपास के गांवों से ट्रैक्टर और हाईवा भाड़े पर लेने की कोशिश की। मगर, कोयला तस्करों के डर से गांव वालों ने अपनी गाड़ियां देने से मना कर दिया।

बैरंग लौटी वन विभाग की टीम
इसके बाद सीसीएल के हाईवा को लाने का प्रयास किया गया, लेकिन वह खराब सड़क पार नहीं कर सका। मजबूरन वन विभाग की टीम को बैरंग लौटना पड़ा। डीएफओ ने बताया कि बुधवार को एक बार फिर से अवैध कोयले के भंडार को जब्त करने का प्रयास किया जाएगा। उन्होंने वनपाल को तस्करों के नाम का पता लगाने का निर्देश दिया है और आश्वासन दिया कि उनके खिलाफ वन विभाग में प्राथमिकी जरूर दर्ज होगी।
