रामगढ़ : जिले में संगठित अपराध के खिलाफ पुलिस की रणनीति ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। जिले में अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाने के मामले में पुलिस की तत्परता और कुशल रणनीति ने कई बार साबित किया है कि झारखंड पुलिस अपराधियों को किसी भी स्थान से पकड़ने में सक्षम है। शुक्रवार को रामगढ़ एसडीपीओ परमेश्वर प्रसाद के कार्यालय में आयोजित समीक्षा बैठक में हजारीबाग डीआईजी सुनील भास्कर ने इन उपलब्धियों की सराहना की।
चुनावी वर्ष में भी सक्रिय रही पुलिस
डीआईजी सुनील भास्कर ने बताया कि चुनावी साल में भी रामगढ़ पुलिस की सक्रियता देखकर यह साबित हुआ कि राज्य की पुलिस अपराध के खिलाफ हर समय मुस्तैद रहती है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के सफल संचालन के बावजूद पुलिस ने अपराधियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की। डीआईजी ने कहा कि पुलिस विभाग की 24*7 कार्यशैली के कारण ही रामगढ़ जिले में अपराधियों के खिलाफ सफलता प्राप्त हुई है।
एटीएम लूट कांड में सफलता
डीआईजी ने रामगढ़ में हुई एटीएम लूट की घटना का उल्लेख करते हुए कहा कि यह घटना केवल रामगढ़ तक सीमित नहीं थी, बल्कि बिहार और अन्य झारखंड जिलों में भी हुई थी। अपराधी घटनाओं को अंजाम देने के बाद हरियाणा भाग गए थे, लेकिन रामगढ़ पुलिस ने ना केवल अपराधियों को गिरफ्तार किया, बल्कि लूट की गई रकम और गाड़ी भी बरामद की। डीआईजी ने इस उपलब्धि के लिए पुलिस टीम के सदस्यों को अवार्ड देने की अनुशंसा की।
पुलिस कार्यप्रणाली की समीक्षा
बैठक में डीआईजी ने कांड अनुसंधान, दस्तावेजों की छानबीन और बेहतर फाइल प्रबंधन के लिए निर्देश दिए। साथ ही रामगढ़ जिले के विभिन्न थानों और ओपी में दर्ज प्राथमिकी और उन पर की गई कार्रवाई की भी समीक्षा की। डीआईजी ने कहा कि बेहतर कामकाजी माहौल बनाए रखने के लिए सभी अधिकारी और कर्मचारी अपने कर्तव्यों का पालन कड़ी नज़र से करें। बैठक में रामगढ़, रजरप्पा, गोला, मांडू, बरलांगा, कुजू ओपी, और वेस्ट बोकारो थाने के अधिकारी भी मौजूद थे।