सेंट्रल डेस्क : लंका विजय कर श्रीराम के लौटने पर उनके स्वागत में अयोध्या में दीपावली मनायी गई थी। आज फिर अयोध्या को उतने ही भव्यता के साथ सजाया गया है। इस साल अयोध्या में जश्न भी खास है, क्योंकि राम मंदिर में विराजमान श्री राम खुद इस ऐतिहासिक क्षण का गवाह बनें हैं। यहां के राम की पौड़ी पर 55 घाटों पर एक साथ 25 लाख दीये जलाए गए। इसी के साथ मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 1100 साधु-संत और वेदाचार्य की उपस्थिति पर सरयू नदी के किनारे महा आरती की। इस भव्य आयोजनों के बीच ही अयोध्या ने दो नए विश्व रिकॉर्ड भी बना दिया।

हफ्ते भर से चल रही थी दीपोत्सव की तैयारी

राम मंदिर की भव्य सजावट की गई है। इसके साथ शहर को भी खास तरीके से सजाया गया है। जगह-जगह तोरण द्वार बनाए गए हैं, और दीपोत्सव को लेकर व्यापक तैयारियां की गई हैं। शाम को भगवान श्रीराम के स्वागत के लिए पूरे शहर में खास तैयारियां की गई थी। दीपोत्सव का आयोजन हर वर्ष होता है, लेकिन इस बार का आयोजन विशेष रूप से भव्य और ऐतिहासिक रहा।
विश्व रिकॉर्ड की दावेदारी
इस बार 25 लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य रखा गया था, जिसे गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज किया गया । पहले भी अयोध्या में दीपोत्सव का आयोजन हुआ है, जिसमें पिछले वर्षों में बढ़ते हुए दीयों की संख्या देखी गई है। उदाहरण के लिए, 2017 में 1.71 लाख दीये जलाए गए थे, जबकि 2023 में यह संख्या बढ़कर 22.23 लाख पहुंच गई। अब, इस वर्ष 25 लाख दीयों को जलाने का लक्ष्य रखा गया था, जो एक नई उपलब्धि रही।
सामूहिक आरती का महत्व
इस बार 1100 अर्चक ने एक साथ सरयू की आरती की, जो कि एक और विश्व रिकॉर्ड रहा। यह आयोजन साधु-संतों की सामूहिक आरती का पहला अवसर था, जहां इतनी बड़ी संख्या में साधु-संत ने एक साथ पूजा-अर्चना की। इस महाआरती में कुछ गणमान्य लोग भी शामिल रहे, जिससे यह आयोजन और भी महत्वपूर्ण बन गया।
आरती के बाद किया गया श्रीराम का राज्याभिषेक
दीपोत्सव की शुरुआत सुबह 9 बजे से होगी। साकेत महाविद्यालय से शोभायात्रा निकाली गई, जिसमें भगवान के स्वरूप भी शामिल होंगे। यह यात्रा दोपहर 2.40 बजे रामकथा पार्क में पहुंची। आरती के बाद भगवान राम का राज्यभिषेक भी किया गया। पार्क में शाम 5.55 बजे तक कई कार्यक्रम आयोजित किए गए थे, जिनमें सांस्कृतिक प्रस्तुतियां और भजन-कीर्तन शामिल थे।
करीब 20 घंटे अयोध्या में रहेंगे योगी
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भगवान राम, सीता और लक्ष्मण के रथ का स्वागत किया। उत्तर प्रदेश के CM योगी आदित्यनाथ ‘दीपोत्सव’ में शामिल होने के लिए अयोध्या पहुंचे थे। वे करीब 20 घंटे अयोध्या में रहे और भगवान का रथ खींचने के साथ–साथ राजतिलक किया।
अयोध्या का दीपोत्सव: एक परंपरा

हाल के वर्षों में दीपोत्सव की शुरुआत 2017 में हुई थी। तब से यह परंपरा लगातार बढ़ती जा रही है। हर वर्ष दीयों की संख्या में वृद्धि देखी गई है, और इस बार की योजना इस परंपरा को और भी भव्य रूप में आगे बढ़ाने की है। अयोध्या के लोग इस आयोजन को लेकर बेहद उत्साहित हैं, और इस बार का दीपोत्सव निश्चित रूप से यादगार बनेगा।
Read Also- : अयोध्या में बंदरों को खाना खिलाएंगे अक्षय कुमार, दान किए 1 करोड़ रुपए