

RANCHI (JHARKHAND): राजधानी रांची के एयरपोर्ट क्षेत्र को अब महानगरों की तर्ज पर आधुनिक स्वरूप देने की दिशा में बड़ी पहल की गई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के निर्देश पर नगर विकास एवं आवास विभाग ने एयरपोर्ट से हिनू चौक के रास्ते बिरसा चौक तक के क्षेत्र का सौंदर्यीकरण की मंजूरी दे दी है। 45.03 करोड़ की लागत से पांच प्रमुख योजनाओं का कार्य कराया जाएगा। इस योजना की घोषणा नगर विकास एवं आवास मंत्री सुदिव्य कुमार ने की। इसके बाद विभाग के प्रधान सचिव सुनील कुमार ने जुडको को निर्देश दिया है कि वे शीघ्र निविदा निकालकर कार्य प्रारंभ करें। यह परियोजना न केवल यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाएगी बल्कि रांची में आने वाले आगंतुकों को एक सुसज्जित, हरित और सांस्कृतिक रूप से समृद्ध वातावरण प्रदान करेगी।

6 लेन का होगा रोड
एयरपोर्ट से हिनू चौक 1.65 किमी तक सड़क को 6 लेन तक विस्तृत किया जाएगा। इसमें सतह नवीनीकरण, स्मार्ट स्ट्रीट लाइट, फुटपाथ, साइक्लिंग पाथ, एलईडी लाइटिंग, फ्लोरिंग पैनल, जनजातीय कला पर आधारित चित्रकारी, पत्थर की कलाकृतियां, तोरण द्वार, पार्क, पार्किंग, पेयजल एवं शौचालय की व्यवस्था की जाएगी। 10.42 करोड़ सड़क निर्माण और 14.64 करोड़ सौंदर्यीकरण पर खर्च होंगे।

बिरसा चौक तक सड़क होगी चौड़ी
हिनू चौक से बिरसा चौक 1.2 किमी तक सड़क का सुदृढ़ीकरण और 6 लेन चौड़ीकरण किया जाएगा। साथ ही पेवर ब्लॉक, छायादार वृक्ष, डिवाइडर पर हरियाली, फुटपाथ, साइकिल पथ, आकर्षक स्ट्रीट लाइट और शौचालय का निर्माण भी होगा। 7.50 करोड़ सड़क निर्माण और 9.03 करोड़ सौंदर्यीकरण की राशि स्वीकृत हुई है।

कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा होगी अपग्रेड
हिनू चौक का आधुनिकीकरण भी इस योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। इसमें कर्पूरी ठाकुर की प्रतिमा को अपग्रेड करने, खाली स्थानों पर झारखंड के स्वतंत्रता सेनानियों की मूर्तियों की स्थापना, मौजूदा गोलंबर को 12 मीटर से बढ़ाकर 22 मीटर तक विस्तार, एलईडी व रंग-बिरंगी लाइटिंग और हरियाली के साथ सुंदरीकरण की योजना शामिल है। इसके लिए 3.42 करोड़ का प्रावधान किया गया है।
जनजातीय पहचान और सांस्कृतिक धरोहर
प्रधान सचिव सुनील कुमार ने कहा कि यह परियोजना शहरी नियोजन का हिस्सा है, जिससे रांची आने वाले अतिथियों को राजधानी जैसा अनुभव मिलेगा और शहर का प्रथम प्रभाव सकारात्मक होगा। उन्होंने कहा कि परियोजना में झारखंड की जनजातीय पहचान और सांस्कृतिक धरोहर को भी विशेष रूप से शामिल किया गया है। इस योजना से न केवल शहर की सूरत बदलेगी, बल्कि स्थानीय रोजगार, पर्यटन और सांस्कृतिक आकर्षण को भी बढ़ावा मिलेगा।
