रांची: बेडो पुलिस स्टेशन पर भीड़ के हमले के बाद रविवार को पुलिस ने FIR दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। पुलिस की जांच में यह सामने आया है कि यह घटना पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से की गई थी। इस मामले में अब तक 34 नामजद और 500 अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। SSP रांची, चंदन कुमार सिन्हा ने बताया कि यह भूमि अतिक्रमण का मामला है, जो बिना प्रशासनिक आदेश के हुआ है।
आदिवासी समुदाय ने किया दावा- भूमि उनका सरना स्थल है
यह घटना उस समय हुई जब क्षेत्र के आदिवासी समुदाय ने एक विवादित भूमि को कब्जा करने के लिए जेसीबी मशीन से खुदाई शुरू कर दी थी। आदिवासियों का दावा था कि यह भूमि उनका सरना स्थल है, जबकि इसे महादानी मैदान के रूप में शामिल किया गया था। अधिकारियों ने आदिवासियों को रोका और उन्हें आश्वासन दिया कि सरना स्थल की भूमि 24 घंटे के भीतर वापस कर दी जाएगी।
पुलिसकर्मियों पर ड्राइवर के साथ मारपीट करने का लगाया आरोपी
बेडो पुलिस स्टेशन में जेसीबी और ड्राइवर को लाया गया, लेकिन उसे व्यक्तिगत मुचलके पर छोड़ दिया गया। इसके बाद शनिवार रात को एक बड़ी भीड़ ने पुलिस स्टेशन पर हमला कर दिया, यह आरोप लगाते हुए कि पुलिसकर्मियों ने ड्राइवर के साथ मारपीट की। भीड़ ने पुलिस स्टेशन के अंदर तोड़फोड़ की और वाहनों को नुकसान पहुंचाया, जिसमें एक जेसीबी मशीन भी शामिल थी। इसके अलावा, भीड़ ने पुलिस वाहनों को जलाने का प्रयास भी किया।
बाहरी लोगों का हाथ
बेडो DSP, अशोक राम ने कहा कि इस हमले के पीछे बाहरी लोगों का हाथ था, जो मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ से आए थे। इन लोगों ने गांववासियों को उकसाया और भड़काऊ भाषण दिए, जिससे यह घटना हुई। पुलिस अब इन पहचाने गए लोगों की तलाश कर रही है।
कड़ी सुरक्षा और जांच
एसएसपी चंदन कुमार सिन्हा ने कहा कि यह मामला अवैध तरीके से भूमि पर कब्जे का है, जो बिना प्रशासनिक आदेश के हुआ। उन्होंने बताया कि लोग जेसीबी का इस्तेमाल करके भूमि पर कब्जा करने की कोशिश कर रहे थे और जब पुलिस ने उन्हें रोका, तो उन्होंने पुलिस स्टेशन पर पथराव किया और पुलिसकर्मियों के साथ बदतमीजी की।
34 नामजद, 500 अनजान लोगों के खिलाफ FIR
पुलिस ने 34 नामजद और 500 अनजान लोगों के खिलाफ सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने और लोगों को उकसाने के आरोप में FIR दर्ज की है। पुलिस अब इस मामले में कड़ी जांच कर रही है और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। इस घटना के बाद इलाके में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत कर दिया गया है।
यह घटना प्रशासनिक आदेशों की अवहेलना और बाहरी हस्तक्षेप से जुड़ी हुई है, जिसे लेकर पुलिस ने पूरी गंभीरता से कदम उठाए हैं। स्थानीय लोग और प्रशासन इस मामले को सुलझाने में जुटे हैं, ताकि शांति और व्यवस्था बनाए रखी जा सके।