रांची : जमनी घोटाले के मामले में अब एक नया पेंच फंसता नजर आ रहा है। विशेष जांच दल (SIT) ने रांची के उपायुक्त (DC) मंजूनाथ भजंत्री को पत्र भेजकर कहा है कि रांची जिले के विभिन्न प्रखंडों के अंचलाधिकारी (CO) मामले की जांच में सहयोग नहीं कर रहे हैं। यह घोटाला रांची में फर्जीवाड़ा और बल प्रयोग के साथ गलत तरीके से जमीन के हस्तांतरण से जुड़ा है, जिसकी जांच SIT कर रही है।
अंचलाधिकारी से सहयोग की मांग
SIT के अध्यक्ष और आईजी CID, सुदर्शन प्रसाद मंडल ने इस मामले में रांची के उपायुक्त को पत्र भेजा है, जिसमें उन्होंने कहा है कि वे सभी अंचलाधिकारियों को SIT टीम को आवश्यक सहयोग देने के लिए निर्देशित करें। SIT ने रांची के कांके, नामकुम, रातू, बड़गाईं, सदर और अरगोड़ा अंचलों से फाइलों की जांच कर रिपोर्ट की मांग की थी, लेकिन अब तक इन अंचल अधिकारियों से कोई जांच रिपोर्ट नहीं मिली है।
ईडी ने किया फर्जीवाड़े का पर्दाफाश, दो दर्जन आरोपित
जमनी घोटाले के मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मनी लांड्रिंग के तहत रांची शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़े का खुलासा किया था। इसके तहत ईडी ने दो दर्जन से अधिक जालसाजों को आरोपित किया है। ईडी की जांच में सामने आए तथ्यों को राज्य सरकार के सामने रखा गया था, जिसके बाद भारतीय दंड संहिता के तहत मामले में कार्रवाई की अनुशंसा की गई थी।
जांच के दौरान SIT को मिले 200 से अधिक आवेदन
SIT को अब तक रांची के शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों से जमीन घोटाले से संबंधित 200 से अधिक आवेदन मिल चुके हैं। इन आवेदनकर्ताओं की जांच चल रही है।