पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को लेकर विपक्ष ने एक बार फिर हमला बोला है। राष्ट्रगान के दौरान कथित अपमान को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) के नेता नीतीश कुमार पर निशाना साध रहे हैं। इस मुद्दे पर आरजेडी ने नया पोस्टर जारी किया है, जिसमें मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को ‘नॉन सीरियस सीएम’ करार दिया गया है। इस पोस्टर को पटना स्थित पार्टी कार्यालय के बाहर लगाया गया है, जहां कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाते हुए उनका विरोध किया है।
पोस्टर पर यह लिखा है स्लोगन
आरजेडी का यह नया पोस्टर मुख्यमंत्री के खिलाफ उनकी कथित हरकतों को लेकर एक और बयान है। पोस्टर में सबसे ऊपर लिखा है, ‘द नॉन सीरियस चीफ मिनिस्टर’, उसके नीचे एक विरोधी स्लोगन ‘जन गण मन अधिनायक जय हे नहीं, कुर्सी कुर्सी कुर्सी कुर्सी जय हे’ दिया गया है। इसके अलावा, पोस्टर में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की एक तस्वीर भी है, जिसमें वह अधिकारियों के साथ दिखाई दे रहे हैं। यह तस्वीर यह बताने की कोशिश करती है कि नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान के दौरान जो व्यवहार किया, वह देश के सम्मान के खिलाफ था।
पहले भी लगाए गए थे पोस्टर
इस पोस्टर के जरिए आरजेडी यह संदेश देने की कोशिश कर रही है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राष्ट्रगान के दौरान जो अपमानजनक व्यवहार किया, उसके लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए। इसके पहले, 20 मार्च को भी आरजेडी ने ‘नायक नहीं खलनायक’ वाले पोस्टर लगाए थे, जिनमें मुख्यमंत्री के खिलाफ तीखा विरोध दिखाया गया था।
क्या है नीतीश कुमार पर आरोप?
दरअसल, 20 मार्च 2025 को मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पाटलिपुत्र स्पोर्ट्स कॉम्प्लेक्स में सेपक टाकरा वर्ल्ड कप के उद्घाटन समारोह में शामिल होने गए थे। इस दौरान राष्ट्रगान बजने के वक्त मुख्यमंत्री हंसते हुए और हाथ जोड़ते हुए दिखाई दिए। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और विरोध का कारण बना।
माफी मांगने की मांग कर रही आरजेडी
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस वीडियो को लेकर मुख्यमंत्री पर तीखा हमला बोला। तेजस्वी ने सोशल मीडिया पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि नीतीश कुमार का यह व्यवहार राष्ट्रगान का अपमान है। उन्होंने मुख्यमंत्री से माफी मांगने की मांग की है और कहा कि उन्हें अपने कृत्य के लिए सार्वजनिक रूप से खेद व्यक्त करना चाहिए।
राज्यभर में आरजेडी ने किया था प्रदर्शन व पुतला दहन
राष्ट्रगान के अपमान के मामले में आरजेडी ने बिहार भर में प्रदर्शन किया था। पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं ने मुख्यमंत्री के खिलाफ पुतला दहन किया और उन्हें इस्तीफा देने की मांग की। आरजेडी का कहना है कि नीतीश कुमार का यह व्यवहार प्रदेश के सबसे बड़े जन नेता के पद की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, और ऐसे कृत्यों को माफ नहीं किया जा सकता।
नीतीश के कारण जनता शर्मसार: आरजेडी
साथ ही, आरजेडी ने आरोप लगाया कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का यह कदम बिहार की जनता के लिए शर्मिंदगी का कारण बना है। पार्टी के नेता इस मामले को लेकर राज्य सरकार के खिलाफ लगातार आवाज उठा रहे हैं और मुख्यमंत्री से जवाब तलब कर रहे हैं।
नए पोस्टर के माध्यम से विरोध
आरजेडी का नया पोस्टर और उसके जरिए नीतीश कुमार पर उठाए गए सवाल पार्टी की विरोधी रणनीति का हिस्सा हैं। पार्टी ने मुख्यमंत्री के खिलाफ अपनी आवाज बुलंद करते हुए यह स्पष्ट किया है कि वह इस मुद्दे को लेकर चुप नहीं बैठेंगे। पोस्टर में जो स्लोगन लिखा गया है, वह सीधे तौर पर नीतीश कुमार के व्यवहार पर सवाल उठा रहा है, और उन्हें एक गैर जिम्मेदार सीएम के तौर पर पेश किया गया है। आरजेडी का यह कदम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर दबाव बनाने के उद्देश्य से उठाया गया है, ताकि वह इस मुद्दे पर जवाब दें और जनता से माफी मांगें।
तेजस्वी ने कहा-बिहार की जनता को पहुंची ठेस
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि नीतीश कुमार का यह कृत्य प्रदेश के लोकतंत्र और स्वतंत्रता संग्राम के प्रति अनादर दिखाता है। उन्होंने कहा कि ऐसे कृत्यों से मुख्यमंत्री ने ना सिर्फ अपनी पार्टी की छवि को नुकसान पहुंचाया है, बल्कि बिहार की जनता की भावनाओं को भी ठेस पहुंचाई है। इससे साफ है कि आरजेडी इस मुद्दे को तूल देने का कोई मौका नहीं छोड़ रही है और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को घेरने के लिए लगातार नए तरीके अपना रही है। अब देखना यह होगा कि नीतीश कुमार इस आरोप पर क्या प्रतिक्रिया देते हैं और क्या वह माफी मांगते हैं या अपने कृत्य को लेकर सफाई पेश करते हैं।