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संभल हिंसा : सपा सांसद ने पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप, पुलिस ने दर्ज किया Case

जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई इस हिंसा में हुईं मौतों पर समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क का कहना है कि इस घटना में पांच लोगों की जान गई है और इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। पुलिस ने सरकारी नहीं, बल्कि प्राइवेट असलहे से गोली चलाई।

by Rakesh Pandey
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संभल: जिले में हुई हिंसा ने राजनीतिक माहौल को गरमा दिया है। हिंसा के बाद आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान हुई इस हिंसा में चार लोगों की मौत हो गई थी, लेकिन समाजवादी पार्टी (सपा) के सांसद जियाउर्रहमान बर्क का कहना है कि इस घटना में पांच लोगों की जान गई है और इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। उन्होंने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि यह हिंसा साजिश के तहत भड़काई गई और पुलिस ने सरकारी हथियार नहीं, बल्कि निजी असलहे से गोली चलाई। इस पर पुलिस ने सपा सांसद के खिलाफ केस दर्ज किया है।

क्या था पूरा मामला?

संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे के दौरान 4 लोगों की मौत हो गई थी और इस घटना के बाद राजनीतिक माहौल गरमा गया। पुलिस का कहना है कि इस हिंसा में चार लोगों की मौत उपद्रवियों की गोली से हुई, जो 315 बोर के हथियार से चलाई गई थी, जिसे पुलिस उपयोग नहीं करती है। लेकिन सांसद जियाउर्रहमान बर्क ने इसे लेकर अलग दावा किया है। बर्क का कहना है कि इस घटना में पांच लोगों की जान गई और इसके लिए पुलिस प्रशासन को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने सरकारी नहीं, बल्कि प्राइवेट असलहे से गोली चलाई।

सपा सांसद ने कहा-साजिश के तहत दिया गया घटना को अंजाम

जियाउर्रहमान बर्क ने इस घटना के बाद बात करते हुए कहा कि संभल में चार नहीं, पांच नौजवानों की जान जा चुकी है। इसके लिए पुलिस प्रशासन जिम्मेदार है। उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई की जानी चाहिए। पुलिस ने सरकारी नहीं, बल्कि प्राइवेट असलहे से गोली चलाई है। ऐसे लोगों को जेल भेजा जाना चाहिए और मारे गए लोगों के परिवारवालों को इंसाफ मिलना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि यह सब साजिश के तहत किया गया है और मुसलमानों को टारगेट कर उनकी हत्या की गई। बर्क ने यह भी कहा कि यदि कोर्ट का आदेश था तो सर्वे पहले भी हो चुका था। ऐसे में, यह अचानक से सर्वे करने की जरूरत क्यों पड़ी, यह सवाल उठाते हुए सांसद ने इसे एक साजिश करार दिया।

पुलिस ने कहा- उपद्रवियों की गोली से हुईं मौतें

पुलिस ने इस मामले में अपनी स्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि हिंसा में मारे गए लोग उपद्रवियों की ओर से चलाई गोली से मारे गए थे। पुलिस का कहना है कि इस गोली को 315 बोर के हथियार से चलाया गया था, जिसे पुलिस इस्तेमाल नहीं करती। वहीं, पुलिस ने सपा सांसद पर भी हिंसा को भड़काने का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया है।

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