Home » जब बेटे के स्कूल के बाहर बेची सब्जी, बीते दिनों को याद कर भावुक हुए एक्टर राजेश कुमार

जब बेटे के स्कूल के बाहर बेची सब्जी, बीते दिनों को याद कर भावुक हुए एक्टर राजेश कुमार

एक्टर ने यह भी बताया कि उनका स्टार्टअप आगे नहीं बढ़ पाया और उन्हें सब्जियां बेचनी पड़ी थी। अपने बेटे के स्कूल के बाहर सब्जियां बेचने के उन दिनों को याद करते हुए राजेश इमोशनल हो गए।

by Priya Shandilya
WhatsApp Group Join Now
Telegram Group Join Now
Instagram Follow Now

पॉपुलर टेलीविजन शो ‘साराभाई वर्सेज साराभाई’ में अपने भोले किरदार से लोगों का दिल जीतने वाले एक्टर राजेश कुमार फिल्म इंडस्ट्री में काफी मशहूर हैं। एक्टिंग में अपना काफी वक्त देने के बाद एक समय ऐसा भी आया जब राजेश ने सिंपल लाइफ की ओर अपने कदम बढ़ाए थे। राजेश ने चकाचौंध की दुनिया छोड़ खेती करनी शुरू की थी।

हाल ही में सिद्धार्थ कनन को दिए इंटरव्यू में राजेश कुमार ने अपनी जिंदगी के उस पहलू पर खुलकर बात की। उन्होंने बताया कि अपने स्टार्टअप के शुरुआती दिनों के दौरान, उन्होंने अपने कई दोस्तों को फोन किया और उनमें से कुछ उसके ग्राहक बन गए जबकि कई अन्य ने उसे नजरअंदाज कर दिया। उन्होंने 2017 में एक एक्टिंग छोड़ने का फैसला लिया था।

इसके बाद उन्होंने बिहार में अपने गांव ‘गया’ में खेती करना शुरू कर दिया। हालांकि, खेती करने का निर्णय उनकी उम्मीद से कहीं ज्यादा मुश्किल साबित हुआ। उन्हें बाढ़ और आग जैसी आपदाओं का सामना करना पड़ा। राजेश कहते हैं कि एक समय ऐसा भी आया जब वे बैंकरप्ट हो गए थे।

बेटे के स्कूल के बाहर बेची सब्जी

एक्टर ने यह भी बताया कि उनका स्टार्टअप आगे नहीं बढ़ पाया और उन्हें सब्जियां बेचनी पड़ी थी। अपने बेटे के स्कूल के बाहर सब्जियां बेचने के उन दिनों को याद करते हुए राजेश इमोशनल हो गए। उन्होंने बताया “स्टार्ट-अप फेल होने के बाद, मैंने अपने बेटे के स्कूल के बाहर सब्जियां बेचना शुरू कर दिया। लोगों को लगा, ‘वह पागल हो गया है।’ सब्जियां क्यों बेच रहा है? फिर मेरे बेटे अलग-अलग क्लासेज में गए और उन्हें अपने टीचर्स से मुझसे सब्जियां खरीदने का अनुरोध किया।”

इस बारे में राजेश ने कहा कि बेटे के स्कूल के बाहर सब्जियां बेचने के पीछे उनका मकसद यह दिखाना था कि यह कोई “मामूली काम” नहीं है। वे कहते हैं, “मेरा उद्देश्य कंज्यूमर्स को एडुकेट करना था ना कि किसानों को। कंज्यूमर्स अक्सर भूल जाते हैं कि धनिया जो वे फ्री में मांगते हैं उसे उगाने के पीछे भी कड़ी मेहनत होती है।”

2 करोड़ का भारी कर्ज

राजेश ने खुलासा किया कि उसने ऐसा पांच साल तक किया क्योंकि उनपर लगभग 2 करोड़ रुपये का भारी कर्ज हो गया था। “मुझे एहसास ही नहीं हुआ कि मुझे 22 से 25 रुपये प्रति किलोग्राम का नुकसान हो रहा है। बर्बादी भी खूब हुई। इस समय तक मुझे करीब 12 से 15 लाख रुपये का नुकसान हो चुका था। यह मेरे ऊपर पहले से मौजूद लगभग 1 करोड़ रुपये के कर्ज के ऊपर था। फिर मैंने लेनदेन और ऑर्डर को नियंत्रण में रखने के लिए एक ऐप के बारे में सोचा। लेकिन, ऐप बनने के बाद इसे बनाने वाले शख्स ने मुझे धोखा दे दिया। ऐप शुरू होने तीन महीनों के अंदर, मैंने बहुत सारे पैसे खो दिए। आखिरकार मुझे अपना स्टार्ट-अप पूरी तरह से बंद करना पड़ा।”

एक्टिंग में की वापसी

काफी मुश्किल झेलने के बाद राजेश ने दोबारा एक्टिंग में वापसी करने की सोची। उन्होंने ‘कोटा फैक्ट्री’ के दूसरे सीजन में एक मैथ टीचर का रोल प्ले किया था। उन्होंने शाहिद कपूर-कृति सेनन की फिल्म ‘तेरी बातों में ऐसा उलझा जिया’ के साथ-साथ नवाजुद्दीन सिद्दीकी की फिल्म ‘रौतू का राज’ में भी एक्टिंग की। अपनी इस दमदार वापसी के बाद आज राजेश कुमार दोबारा सक्सेस की ओर बढ़ रहे हैं।

Related Articles