सेंट्रल डेस्क: अपनी हाई क्लास इंग्लिश के साथ इन दिनों कांग्रेस सांसद शशि थरूर बेहद चर्चा में हैं। पूर्व पाकिस्तानी राजनयिक हुसैन हक्कानी ने शनिवार को कांग्रेस सांसद शशि थरूर के नेतृत्व में भारत के कोलंबिया और पनामा दौरे को एक “रणनीतिक राजनयिक कदम” करार दिया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) में संभावित बदलावों की ओर इशारा करते हुए भारतीय पहल का समर्थन किया।
UNSC 2026 में बदलाव को लेकर रणनीतिक तैयारियां
हक्कानी ने एक्स पर कहा, “पनामा 2026 तक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और संभावना है कि 2026 से 2028 तक कोलंबिया यह सीट लेगा। इसी दौरान पाकिस्तान UNSC से बाहर हो जाएगा। ऐसे में यह भारत की ओर से एक रणनीतिक कूटनीतिक पहल है।”
कोलंबिया ने पाकिस्तान के प्रति संवेदना वाला बयान वापस लिया
इस बीच, कोलंबिया ने पाकिस्तान को लेकर अपनी वह आधिकारिक संवेदना वापस ले ली है, जो भारत द्वारा आतंकवादी ढांचे पर जवाबी सैन्य कार्रवाई के बाद जारी की गई थी। भारतीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया के अधिकारियों से इस विषय पर स्पष्ट संवाद किया, जिसके बाद यह निर्णय लिया गया।
प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया की उप विदेश मंत्री से की मुलाकात
विगत 7 मई को भारत द्वारा पाकिस्तान के आतंकवादी ठिकानों पर किए गए सटीक हमलों की पृष्ठभूमि में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने कोलंबिया की उपविदेश मंत्री रोजा योलांडा विलाविसेंसियो से भेंट की। इस दौरान भारत की “आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता” (Zero Tolerance) की नीति को स्पष्ट रूप से प्रस्तुत किया गया।
शशि थरूर ने जताई संतुष्टि, कोलंबिया ने समर्थन
शशि थरूर ने सोशल मीडिया पर कहा, “आज की शुरुआत कोलंबिया की उपविदेश मंत्री और एशिया-प्रशांत मामलों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ एक उत्कृष्ट बैठक से हुई।” उन्होंने बताया कि उन्होंने 8 मई को पाकिस्तान के प्रति कोलंबिया की संवेदना पर भारत की निराशा व्यक्त की।
थरूर ने आगे बताया, “मंत्री ने मुझे आश्वस्त किया कि वह बयान वापस ले लिया गया है और अब भारत की स्थिति को ठीक से समझा गया है और मजबूत समर्थन प्राप्त है।”
कोलंबिया सांसदों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को सराहा
प्रतिनिधिमंडल की यात्रा के दौरान भारतीय सांसदों ने कोलंबिया के सांसद एलेजांद्रो टोरो और जेमी राउल सलामांका से भी भेंट की। इन अधिकारियों ने भारत के आत्मरक्षा के अधिकार को लेकर समर्थन और समझ जताई।
भारत-पाकिस्तान में सैन्य कार्रवाई पर विराम
विगत 10 मई को भारत के विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने जानकारी दी कि भारत और पाकिस्तान दोनों पक्षों ने सैन्य कार्रवाई पर विराम लगाने पर सहमति व्यक्त की है। इससे पहले हुए हमलों और कूटनीतिक बैठकों के बाद यह सहमति बनी है।
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगली रणनीतिक यात्राएं
भारतीय प्रतिनिधिमंडल की अगली यात्राएं ब्राज़ील और अमेरिका के लिए निर्धारित हैं, जहां वैश्विक मंच पर भारत के रुख को मजबूत करने की दिशा में प्रयास किए जाएंगे।