

Simdega (Jharkhand) : पुलिस अधीक्षक (SP) एम. अर्शी (M. Arshi) के निर्देश पर चलाए जा रहे ऑपरेशन रेड हंट के तहत बड़ी सफलता हाथ लगी है। इस अभियान में पुलिस ने 10 स्थायी लाल वारंटियों को गिरफ्तार किया है, जिनमें कई आरोपी पिछले दो से चार दशक से फरार चल रहे थे।

पुलिस के अनुसार, इन आरोपियों की पहचान छिपाकर रहने और सीमित इनपुट होने के बावजूद, बेहतर रणनीति और टीमवर्क के दम पर गिरफ्तारी संभव हो पाई। कई आरोपी लंबे समय से गुमनाम रहकर अलग-अलग जिलों में रह रहे थे, लेकिन पुलिस की सटीक कार्रवाई ने उन्हें पकड़ लिया।

एसपी अर्शी की रणनीति रंग लाई
एसपी एम. अर्शी ने विशेष अभियान की शुरुआत करते हुए फरार वारंटियों पर शिकंजा कसने का बीड़ा उठाया। पुलिस की कार्रवाई में अब तक 10 वारंटियों की गिरफ्तारी और 12 मामलों का निष्पादन किया गया है। बताया गया कि जिले में करीब 300 से अधिक लाल वारंटियों को चिह्नित किया गया था। एसपी ने साफ किया कि ऑपरेशन रेड हंट आगे भी जारी रहेगा और फरार आरोपियों को किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा।

38 वर्षों से फरार था जोहन मुंडा
गिरफ्तार आरोपियों में सबसे चौंकाने वाला नाम ओड़गा थाना का जोहन मुंडा है, जो 38 वर्षों से फरार था। उस पर डकैती का आरोप दर्ज था। इसी तरह बानो थाना का जुनूल कंडुलना भी 32 वर्षों से फरार था।
38 वर्षों से फरार था जोहन मुंडा
गिरफ्तार आरोपियों में सबसे चौंकाने वाला नाम ओड़गा थाना का जोहन मुंडा है, जो 38 वर्षों से फरार था। उस पर डकैती का आरोप दर्ज था। इसी तरह बानो थाना का जुनूल कंडुलना भी 32 वर्षों से फरार था। भीमसेंट लोहरा (ठेठईटांगर थाना) : 23 वर्ष से फरार। नौशाद खान (जलडेगा थाना) : 21 वर्षों से फरार, 1996 में सिमडेगा कॉलेज कांड का आरोपी। लिबनुस सोरेंग (सदर थाना) : 21 वर्ष से फरार। मुकुंद महतो (बानो थाना) : 17 वर्ष से फरार, रंगदारी व लूट का आरोपी। अमित कुमार बाड़ा (सदर थाना) : 14 वर्षों से फरार। कुंदरू सिंह (जलडेगा थाना) : 13 वर्ष से फरार। असारु सिंह (सदर थाना) : 12 वर्षों से फरार।
बेड़ों में पहचान बदलकर रह रहा था मुकुंद महतो
मुकुंद महतो, जिस पर रंगदारी और लूट का आरोप है, बानो से फरार होने के बाद बेड़ों में अपनी पहचान छुपाकर रह रहा था। उसे पकड़ने में पुलिस को खासा समय और मेहनत करनी पड़ी। मुकुंद पर गुमला जिला के बसिया और कामडारा थानों में भी मामले दर्ज हैं।
रांची से दबोचा गया नौशाद, तुपुदाना से पकड़ा गया पावल
पुलिस ने नौशाद खान को रांची के डोरंडा थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया। वह 1996 में सिमडेगा कॉलेज कैंपस में हुई मारपीट की घटना में वांछित था। वहीं, दुष्कर्म के आरोपी पावल गुड़िया को पुलिस ने तुपुदाना थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया।
