सेंट्रल डेस्कः दक्षिण सूडान अपने पहले Seismological Observatory Centre का नाम पद्मश्री डॉ. हर्ष के गुप्ता के सम्मान में रखने जा रहा है। यह केंद्र Rejaf Payam, Juba County, Central Equatoria State में निर्माणाधीन है और इसे दक्षिण सूडान के Ministry of Mining एवं Embassy of India in South Sudan के बीच हुए MoU के तहत विकसित किया जा रहा है।
अत्याधुनिक सुविधा, वैश्विक सहयोग
भारतीय दूतावास की ओर से वित्तीय सहायता और दक्षिण सूडान के खनन मंत्रालय द्वारा संचालित यह अत्याधुनिक केंद्र न केवल भूकंपीय गतिविधियों पर नजर रखेगा, बल्कि एक Geological Data Centre के रूप में भी कार्य करेगा। यहां भौगोलिक अनुसंधान, आपदा मूल्यांकन और आपदा प्रबंधन की दिशा में महत्वपूर्ण कार्य होंगे। धनबाद के IIT (ISM) के अधिकारियों ने इस पहल को संस्थान और भारतीय पृथ्वी विज्ञान समुदाय के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया।
कौन हैं डॉ. हर्ष गुप्ता
बता दें कि डॉ. हर्ष गुप्ता, 1963 बैच के IIT (ISM) Dhanbad के Applied Geophysics विभाग के पूर्व छात्र और देश के अग्रणी भूकंप विज्ञानी हैं। डॉ. हर्ष के गुप्ता ने भूकंप विज्ञान में कई ऐतिहासिक योगदान दिए हैं, जिनमें Reservoir Triggered Earthquakes की पहचान के वैश्विक मानक तैयार करना, बड़े भूकंपीय घटनाओं का पूर्वानुमान लगाना, 2004 सुमात्रा भूकंप के बाद भारत की Tsunami Warning System पहल का नेतृत्व करना और अंटार्कटिका वैज्ञानिक अभियानों का नेतृत्व करना शामिल है।
सितंबर 2024 में वे ETES-2024 (National Conference on Emerging Trends in Earth Sciences: Geohazards and Resource Management) के मुख्य अतिथि के रूप में IIT (ISM) आए थे।
IIT (ISM) के पूर्व छात्रों ने इस सम्मान पर गर्व व्यक्त किया।
• डॉ. शिब शंकर गांगुली (2011, Applied Geophysics), ISMAA-Hyderabad Chapter से, ने कहा कि यह हम सबके लिए गर्व और यादगार का पल है।
• डॉ. बीके रस्तोगी (1966, Applied Geophysics), President, Indian Society of Earthquake Science एवं पूर्व DG, Institute of Seismological Research, ने कहा, यह IIT (ISM), धनबाद और भारतीय भूकंप विज्ञान के लिए गौरव का क्षण है।
• पीके गांगोपाध्याय (1970, Petroleum Engineering) ने इस घटना को डॉ. गुप्ता हमारे संस्थान के अमूल्य रत्न हैं।