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दिल्ली में आंधी-बारिश का कहर: जाफरपुर में पेड़ गिरने से मां और तीन बच्चों की मौत!

by Neha Verma
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नई दिल्ली: शुक्रवार सुबह दिल्ली-एनसीआर में चली 60-80 किमी प्रति घंटा की रफ्तार वाली तेज हवाएं और मूसलधार बारिश ने जमकर कहर बरपाया। तेज आंधी और बारिश के कारण द्वारका जिले के दो अलग-अलग इलाकों में प्राकृतिक हादसे हुए, जिनमें एक ही परिवार के चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।

ट्यूबवेल रूम पर पेड़ गिरा, मां और तीन बच्चों की मौत

द्वारका जिले के खरखरी नहर गांव, जाफरपुर कलां में शुक्रवार सुबह करीब 5:30 बजे तेज हवाओं के चलते एक नीम का पेड़ उखड़कर एक खेत में बने ट्यूबवेल रूम पर गिर गया। इस कमरे में एक परिवार अस्थायी रूप से रह रहा था। हादसे के वक्त कमरे में सो रहे:

  • ज्योति (28 वर्ष)
  • आर्यन (7 वर्ष)
  • ऋषभ (5 वर्ष)
  • प्रियांश (7 माह)

मलबे में दबकर इन चारों की मौके पर ही मौत हो गई। ज्योति के पति अजय (30 वर्ष) गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, जिन्हें राव तुला राम मेमोरियल अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

दिल्ली फायर सर्विस को 5:24 बजे आपात कॉल मिली, जिसके बाद तीन फायर टेंडर मौके पर पहुंचे और मलबा हटाकर शवों को बाहर निकाला।
स्थानीय लोगों के अनुसार, यह परिवार खेतों में मजदूरी और खेती का काम करता था और ट्यूबवेल रूम में ही रहता था। हादसे ने पूरे इलाके में शोक की लहर फैला दी है।

छावला के पापरावत गांव में दीवार ढहने से तीन घायल

एक अन्य घटना में, छावला थाना क्षेत्र के पापरावत गांव में तेज आंधी और बारिश के कारण एक पुरानी दीवार गिर गई, जिससे तीन लोग उसकी चपेट में आकर घायल हो गए। घायलों की पहचान इस प्रकार हुई है:

  • ओमप्रकाश (41 वर्ष)
  • लव (13 वर्ष) – ओमप्रकाश के बेटे
  • सौरभ (15 वर्ष) – सोनू का बेटा

हादसे के बाद मौके पर पहुंचे स्थानीय लोग और पुलिस ने तुरंत सभी को मलबे से बाहर निकाला और कैट एम्बुलेंस की मदद से राव तुला राम अस्पताल में भर्ती कराया गया।
डॉक्टरों के अनुसार, घायलों को गंभीर चोटें नहीं आईं, लेकिन अस्पताल में निगरानी में रखा गया है।

पुलिस जांच में जुटी, पुरानी संरचनाओं पर सवाल

इन घटनाओं के बाद पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। विशेष रूप से यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि गिरी हुई दीवार की हालत पहले से जर्जर थी या तेज आंधी ने उसे गिराया। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से पुराने पेड़ों और कमजोर दीवारों की जांच की मांग की है, ताकि भविष्य में इस तरह की दुर्घटनाओं से बचा जा सके।

प्राकृतिक आपदा से दिल्ली में शोक की लहर

इन हादसों ने दिल्ली के कई इलाकों में गहरा मातम फैला दिया है। जहां एक ओर एक पूरा परिवार उजड़ गया, वहीं दूसरी ओर तीन लोगों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।मौसम विभाग ने आगे भी तेज हवाओं और बारिश की चेतावनी जारी की है, जिससे सावधानी बरतने की जरूरत और बढ़ गई है।

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