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2nd December : गेटवे ऑफ इंडिया की कहानी और अन्य ऐतिहासिक घटनाएं

by Rakesh Pandey
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फीचर डेस्क : भारत के सबसे प्रसिद्ध स्मारकों में से एक गेटवे ऑफ इंडिया, मुंबई शहर का प्रमुख आकर्षण है। इस भव्य संरचना का निर्माण ब्रिटेन के उस समय के सम्राट महाराजा जॉर्ज पंचम और उनकी पत्नी महारानी मैरी के भारत दौरे की याद में किया गया था। गेटवे ऑफ इंडिया का आज के दिन यानी 2 दिसंबर से गहरा संबंध है। यह स्मारक एक ऐतिहासिक घटना का गवाह है और इसने भारतीय इतिहास में महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त किया है।

गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण : एक ऐतिहासिक संदर्भ

गेटवे ऑफ इंडिया का निर्माण 2 दिसंबर 1911 को भारत आए ब्रिटिश सम्राट जॉर्ज पंचम और उनकी पत्नी महारानी मैरी के स्वागत के लिए किया गया था। यह गेट दक्षिण मुंबई के समुद्र तट पर है। इसकी ऊंचाई लगभग 26 मीटर है। इसका डिजाइन प्रसिद्ध वास्तुकार जॉर्ज विंसेंट ने किया था और इसका निर्माण 1924 में पूरा हुआ। यह स्मारक पीले बेसाल्ट और कंक्रीट से बनाया गया है, जो भारतीय और मुगल स्थापत्य कला का अद्भुत मिश्रण है।

गेटवे ऑफ इंडिया का महत्व सिर्फ एक पर्यटक स्थल के रूप में नहीं, बल्कि ब्रिटिश साम्राज्य के भारत में एक प्रतीक के रूप में भी देखा जाता है। इस गेट से ब्रिटिश सम्राटों की भारत यात्रा की यादें जुड़ी हुई हैं। इसके साथ ही यह भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के समय एक विशेष स्थल बन गया, जहां ब्रिटिश अधिकारियों का आगमन हुआ करता था।

2 दिसंबर से जुड़ी अन्य ऐतिहासिक घटनाएं

2 दिसंबर का दिन भारतीय और वैश्विक इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं का गवाह रहा है। निम्नलिखित कुछ घटनाएं इस दिन से जुड़ी हुई हैं:

1804 : नेपोलियन बोनापार्ट की फ्रांस के सम्राट के तौर पर ताजपोशी हुई थी, जो यूरोपीय इतिहास का एक महत्वपूर्ण मोड़ था।

1976 : क्यूबा के फिदेल कास्त्रो राष्ट्रपति बने। कास्त्रो का शासन क्यूबा में समाजवादी नीतियों और अमेरिका से विरोध के लिए प्रसिद्ध था।

1971 : अरब प्रायद्वीप के छह देशों ने मिलकर संयुक्त अरब अमीरात की स्थापना की, जिसने मध्य पूर्व में एक नया राजनीतिक और आर्थिक शक्ति केंद्र स्थापित किया।

1981 : अमेरिकी गायिका ब्रिटनी स्पियर्स का जन्म हुआ। वह पॉप संगीत की दुनिया में एक आइकन बनीं।

1989 : विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत के सातवें प्रधानमंत्री बने। उनका कार्यकाल भारतीय राजनीति में महत्वपूर्ण बदलावों के लिए जाना जाता है।

1999 : भारत में बीमा क्षेत्र में निजी निवेश को मंजूरी दी गई, जो भारतीय अर्थव्यवस्था में एक महत्वपूर्ण सुधार था।

2003 : बोस्नियाई सर्ब के पूर्व सैन्य कमांडर मोमिर निकोलिक को युद्ध अपराधों के लिए दोषी ठहराया गया। यह फैसला अंतरराष्ट्रीय न्यायालय में दिया गया था, जो युद्ध अपराधों के लिए जिम्मेदार लोगों के खिलाफ न्याय सुनिश्चित करने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम था।

2006 : फिलीपींस में एक ज्वालामुखी का मलबा गिरने से 208 लोगों की मौत हो गई और 261 अन्य घायल हुए। यह एक प्राकृतिक आपदा थी, जिसने हजारों लोगों के जीवन को प्रभावित किया।

2020 : कोविड-19 के मामलों में वृद्धि देखी गई और भारत में संक्रमण की संख्या 94.62 लाख को पार कर गई थी।

भोपाल गैस त्रासदी की भयावह घटना

2 दिसंबर 1984 को भोपाल गैस त्रासदी ने दुनिया को हिला दिया। मिथाइल आइसोनेट (MIC) गैस का रिसाव होने के कारण 2660 लोग अपनी जान गंवा बैठे थे। यह घटना भारत में औद्योगिक सुरक्षा और पर्यावरण नियमों की स्थिति पर सवाल उठाती है और इसके कारण आज भी हादसे के पीड़ितों और उनके परिवारों को न्याय दिलाने की लड़ाई जारी है।

2 दिसंबर भारतीय और वैश्विक इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं से जुड़ा हुआ दिन है। जहां एक ओर गेटवे ऑफ इंडिया की स्थापना भारतीय उपमहाद्वीप में ब्रिटिश साम्राज्य के प्रतीक के रूप में हुई, वहीं दूसरी ओर यह दिन कई ऐतिहासिक घटनाओं का गवाह भी बना, जैसे नेपोलियन की ताजपोशी और भोपाल गैस त्रासदी जैसी भयावह घटनाएं। इस दिन को याद करते हुए हम न केवल अपने इतिहास को समझते हैं, बल्कि यह भी महसूस करते हैं कि इन घटनाओं ने हमारे समाज, राजनीति और सांस्कृतिक धरोहर पर कितना गहरा प्रभाव डाला है।

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