Jamshedpur : टाटा स्टील नीदरलैंड ने अपनी बहुप्रतीक्षित ग्रीन स्टील योजना के तहत पर्यावरणीय प्रभाव मूल्यांकन (EIA) रिपोर्ट नॉर्थ हॉलैंड प्रांत को सौंप दी है। यह रिपोर्ट न केवल जलवायु संरक्षण के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता दर्शाती है, बल्कि नीदरलैंड के औद्योगिक इतिहास में एक बड़े परिवर्तन का प्रतीक भी बन गई है। टाटा स्टील (Tata Steel) की आइमुदीन साइट पर कोयला आधारित उत्पादन प्रणाली को हरित ऊर्जा और प्राकृतिक गैस आधारित प्रणाली से बदला जाएगा। इससे जमशेदपुर स्टील प्लांट को भी लाभ होगा।
इस पहल से सालाना लगभग 5 मिलियन टन CO₂ उत्सर्जन में कमी आने की उम्मीद है। भविष्य में इसमें हाइड्रोजन, बायो-मीथेन और कार्बन कैप्चर एंड स्टोरेज (CCS) जैसी तकनीकों के इस्तेमाल से और भी प्रभावी उत्सर्जन कटौती संभव होगी।सीईओ हैंस वान डेन बर्ग ने कहा, “हमारी योजना केवल स्टील उत्पादन नहीं बदल रही, बल्कि पूरे क्षेत्र का भविष्य भी तय कर रही है। ट्रेड यूनियनों और भारत में स्थित हमारी मूल कंपनी के सहयोग से यह बदलाव संभव हो सका है।
”ग्रीन स्टील बिजनेस ट्रांसफॉर्मेशन डायरेक्टर जीरोन क्लमपर ने कहा कि “हमने पारदर्शिता के साथ ईआईए रिपोर्ट को सार्वजनिक किया है ताकि स्थानीय समुदाय को हमारी योजना की स्पष्ट जानकारी मिल सके। हम सिर्फ न्यूनतम कानूनी जरूरतें पूरी नहीं करना चाहते, बल्कि स्थायी और भविष्य के अनुकूल संयंत्र तैयार करना हमारा लक्ष्य है।”पर्यावरण और स्वास्थ्य के लिए विशेष कदम अयस्क क्षेत्रों को ढकने का कार्य भी जल्द शुरू होगा, जिससे हवा में उड़ने वाली सूक्ष्म धूल की मात्रा घटेगी। कन्वेयर बेल्ट और शोर प्रदूषण नियंत्रण जैसे उपाय भी Tailor-Made Agreement के तहत लागू किए जाएंगे। स्वास्थ्य प्रभाव मूल्यांकन (HIA) की प्रक्रिया को टाटा स्टील पूरा समर्थन दे रही है, जिससे EIA रिपोर्ट को स्वास्थ्य परिणामों में बदला जा सके।
Tata Steel: जन सूचना सत्रों की घोषणा
टाटा स्टील आगामी 8 और 9 जुलाई 2025 को दो जन सूचना सत्र आयोजित करेगी, जिसमें नॉर्थ हॉलैंड प्रांत और नॉर्थ सी कैनाल पर्यावरण एजेंसी के प्रतिनिधि भी भाग लेंगे। गर्मी की छुट्टियों के बाद दो और सत्र आयोजित किए जाएंगे, ताकि स्थानीय समुदाय को अधिकतम जानकारी और भागीदारी का अवसर मिले।
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