जमशेदपुर : पूर्वी सिंहभूम जिले (जमशेदपुर) के घाटशिला स्टेशन के पास शनिवार की सुबह एक बड़ा रेल हादसा टल गया, जब टाटानगर-खड़गपुर मेमू ट्रेन (संख्या 58021/58022) में अचानक आग लग गई। जानकारी के अनुसार, यह हादसा ट्रेन के ब्रेक फेल हो जाने के कारण हुआ। जैसे ही ट्रेन घाटशिला स्टेशन के निकट पहुंची, तकनीकी खराबी के कारण ब्रेक सिस्टम ने काम करना बंद कर दिया। इससे ट्रेन बिना नियंत्रण के तेज रफ्तार में आगे बढ़ती रही।
ट्रेन में कैसे लगी आग?
ब्रेक फेल होने के कारण ट्रेन के चक्कों और पटरियों के बीच जबरदस्त घर्षण हुआ, जिससे चिंगारियां उठने लगीं। देखते ही देखते ये चिंगारियां आग में बदल गईं। डिब्बों से निकलता धुआं और आग की लपटें देखकर यात्रियों में भय का माहौल बन गया।
जान बचाने के लिए चलती ट्रेन से कूदे यात्री
ट्रेन रुक नहीं रही थी, ऐसे में दहशतजदा यात्रियों ने चलती ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई। इस दौरान कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। कुछ यात्रियों का सामान भी ट्रेन में ही छूट गया। यात्रियों ने खिड़कियों और दरवाजों से मदद के लिए गुहार लगाई, लेकिन तब तक ट्रेन पूरी रफ्तार में थी।
चालक और सहायकों की सूझबूझ से टली बड़ी दुर्घटना
स्थिति बेहद नाजुक थी, लेकिन ट्रेन के चालक और सहायक कर्मचारियों ने सूझबूझ दिखाते हुए किसी तरह ट्रेन को घाटशिला स्टेशन के करीब रोकने में सफलता पाई। इससे एक बड़ी दुर्घटना टल गई।
गुस्साए यात्री, रेलवे के खिलाफ नारेबाजी
जैसे ही ट्रेन रुकी, स्टेशन पर मौजूद यात्रियों ने रेल प्रशासन के खिलाफ जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। यात्रियों का आरोप था कि ट्रेन में पहले से तकनीकी खराबी थी, फिर भी उसे चलाया गया। इस घटना के बाद रेलवे की ओर से कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है, हालांकि आग लगने के कारणों की जांच शुरू कर दी गई है। यात्रियों ने चलती ट्रेन से कूदकर अपनी जान बचाई। इस क्रम में कई घायल हो गये। यात्रियों रेलवे प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया।