हैदराबाद: अमेरिका में पढ़ाई कर रहे तेलंगाना के छात्रों के लिए एक और दुखद घटना सामने आई है। हाल ही में, 26 वर्षीय जी प्रवीण नामक एक छात्र की विस्कॉन्सिन राज्य के मिल्वौकी शहर में गोली मारकर हत्या कर दी गई। यह पिछले पांच महीनों में तेलंगाना के छात्र की हत्या का तीसरा मामला है। इससे राज्य में पढ़ाई कर रहे छात्रों की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल उठने लगे हैं।
मास्टर ऑफ साइंस की पढ़ाई कर रहा था प्रवीण
छात्र जी प्रवीण मिल्वौकी में मास्टर ऑफ साइंस (MS) की पढ़ाई कर रहा था। उसके परिजनों को अमेरिकी अधिकारियों ने बुधवार सुबह (भारतीय समयानुसार) उसकी मौत की जानकारी दी। प्रवीण के चचेरे भाई अरुण ने बताया कि कुछ दोस्तों ने प्रवीण का शव गोली से छलनी हालत में पाया। अरुण के अनुसार, प्रवीण ने सुबह अपने पिता से फोन किया था लेकिन वे उस समय सो रहे थे और फोन का जवाब नहीं दे पाए। घटना के बाद प्रवीण के माता-पिता गहरे शोक में डूबे हुए हैं, और परिवार को अमेरिकी अधिकारियों ने बताया कि पोस्टमार्टम के बाद ही मौत के कारण का पता चल पाएगा।
हैदराबाद से बीटेक करने के बाद गया था अमेरिका
प्रवीण ने हैदराबाद के एक कॉलेज से बीटेक की डिग्री प्राप्त की थी और 2023 में एमएस की पढ़ाई के लिए अमेरिका गया था। दिसंबर 2024 में वह कुछ समय के लिए भारत आया था और जनवरी 2025 में फिर से अमेरिका लौट गया। वह हैदराबाद के रंगा रेड्डी जिले का रहने वाला था। प्रवीण के परिवार को इस घटना के बारे में सूचना मिलने के बाद वे गहरे सदमे में हैं।
तेलंगाना के छात्रों के लिए बढ़ती चिंताएं
यह घटना ऐसे समय में हुई है, जब तेलंगाना के अन्य दो छात्रों की भी पिछले कुछ महीनों में अमेरिका में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। पिछले साल नवंबर में खम्मम के एक छात्र और इस साल जनवरी में हैदराबाद के एक अन्य छात्र की भी अमेरिका में हत्या कर दी गई थी। इन घटनाओं ने अमेरिका में पढ़ाई कर रहे तेलंगाना के छात्रों की सुरक्षा को लेकर कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
मामले की जांच कर रही मिल्वौकी पुलिस
मिल्वौकी पुलिस डिपार्टमेंट इस मामले की जांच कर रहा है, लेकिन अब तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हो पाई है। तेलंगाना सरकार ने इस घटना के बारे में केंद्रीय सरकार से हस्तक्षेप करने और पीड़ित परिवार को न्याय दिलाने की अपील की है। इस मामले पर भारतीय दूतावास से भी संपर्क किया गया है ताकि उचित कार्रवाई की जा सके और अमेरिका में पढ़ाई कर रहे छात्रों के सुरक्षा मुद्दे को गंभीरता से लिया जाए।