जमशेदपुर : सुंदरनगर थाना क्षेत्र में मकान कब्जाने और उसे खाली कराने के मामले में पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई की है। पुलिस इन इस मकान के कुछ हिस्से को खाली करा दिया है। इस कार्रवाई में यहां मौजूद छात्रों को उनके अभिभावकों के हवाले कर दिया गया है। अभिभावकों ने पुलिस को बताया है कि वह अपने बच्चों को होली के पर्व पर लेने के लिए आए थे। मगर, संचालक ने छात्रों को उनके घर नहीं जाने दिया। यह तथ्य सामने आने के बाद पुलिस के कान खड़े हो गए हैं। पुलिस अब इस बिंदु पर जांच कर रही है कि संचालक ने आखिर छात्रों को घर क्यों नहीं जाने दिया। इसके पीछे क्या वजह हो सकती है।
यह मकान अशोक अग्रवाल का है। इसे प्रभात महाराज ने किराए पर लिया था। वह इस मकान में जेआरडी टाटा सेंटर फॉर एक्सीलेंस आवासीय स्कूल चला रहे थे। 2019 से अशोक अग्रवाल को किराया नहीं मिला था। लगभग नौ लाख रुपये का किराया बकाया है। मामले की शिकायत पुलिस से की गई थी। एसडीओ के यहां भी मामला चल रहा था। पुलिस के सामने कई बार एग्रीमेंट हुआ था। 2021 में हुए एग्रीमेंट में कहा गया था कि अगर वह किराया नहीं भरते हैं तो मकान खाली कराया जा सकता है। मामले की गंभीरता को देखते हुए एसएसपी किशोर कौशल के आदेश पर विधि-व्यवस्था डीएसपी ने जांच शुरू की। डीएसपी और पुलिस टीम ने सोमवार रात करीब साढ़े 9 बजे तक उस मकान का दौरा किया, जो जेआरडी टाटा सेंटर फॉर एक्सीलेंस स्कूल के नाम पर किराए पर लिया गया था। इस दौरान पुलिस ने मकान के कई कमरों से कुछ आपत्तिजनक सामान बरामद किए हैं। पुलिस को आशंका होने पर कुछ कमरों का ताला भी तोड़ा गया और जांच की गई। पुलिस का कहना है कि पति-पत्नी साथ में रहते थे। यह बात ध्यान में रख कर जांच की जा रही है। पुलिस का कहना है कि मामले की जांच के बाद ही सामने आ सकेगा कि आखिर स्कूल के नाम पर यहां क्या चल रहा था। मामले में जो आरोप लगाए जा रहे हैं उनमें कहां तक सच्चाई है। पुलिस ने आरोपी प्रभात महाराज को फिलहाल मकान के ऊपरी तल्ले में रहने के लिए कहा और मकान मालिक को नीचे रहने के लिए निर्देश दिए।
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