नई दिल्ली : Supreme Court ने केंद्रीय जांच एजेंसी ईडी की जांच प्रक्रिया के लिए कुछ मानक तय किए है। एक फैसले के दौरान कोर्ट ने कहा कि जांच एजेंसी किसी के मोबाइल फोन या लैपटॉप से डेटा एक्सेस नहीं कर सकती। कोर्ट का यह बयान लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन केस (Santiago Martin ED Case) की सुनवाई के दौरान आया है, जिसे अहम माना जा रहा है।
6 राज्यों के 22 ठिकानों पर की छापेमारी
इस केस के तहत ईडी ने छह राज्यों के 22 ठिकानों पर छापेमारी की और सैंटियागो मार्टिन के रिश्तेदारों और करीबियों के पास से कई तरह के इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स को जब्त कर लिया। कोर्ट द्वारा यह एक्शन मेघालय पुलिस की एक शिकायत के बाद उठाया गया था। मेघालय पुलिस की ओर से लगाए गए आरोप में कहा गया कि फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड ने राज्य में लॉटरी कारोबार पर अवैध रूप से कब्जा कर लिया है। इस छापेमारी के दौरान ईडी ने 12.41 करोड़ कैश बरामद किया था।
याचिकाकर्ता ने की गोपनीयता की रक्षा की मांग
अपनी याचिका में याचिकाकर्ताओं ने अपने संवैधानिक और मौलिक अधिकारों, खास तौर पर निजता के मौलिक अधिकार की रक्षा करने की मांग की थी, जिसके लिए उन्होंने तर्क दिया कि व्यक्तिगत डिजिटल गैजेट्स में स्टोर जानकारी बेहद निजी, अंतरंग और किसी व्यक्ति के जीवन से जुड़ी बहुत अधिक गोपनीय होती है।
सुप्रीम कोर्ट ने बरती सख्ती, पर्सनल डेटा नहीं कर सकते एक्सेस
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में ED से कहा कि वह सैंटियागो मार्टिन के मोबाइल फोन का डेटा न तो एक्सेस करे और न ही उसकी कॉपी करें। इसके साथ ही उनकी कंपनी के कर्मचारियों से जुड़े किसी भी इलेक्ट्रॉनिक उपकरण का डेटा एक्सेस या उनकी कॉपी न की जाए। कोर्ट ने प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉंड्रिंग एक्ट (PMLA) के तहत ईडी की ओर से जारी समन पर भी रोक लगा दी। अब यदि ईडी को जब्त किए गए डिजिटल उपकरणों से डेटा एक्सेस करना है, तो संबंधित शख्स उनके सामने मौजूद रहेगा, तभी वे डेटी एक्सेस कर सकेंगे।
राजनीतिक दलों को दिया करोड़ों का चंदा
सैंटियागो मार्टिन की कंपनी फ्यूचर गेमिंग इलेक्टोरल बॉन्ड की सबसे बड़ी खरीददार थी। इसने 2014 से 2019 के बीच 1,368 करोड़ रुपये के बॉन्ड खरीदे थे, कंपनी ने सभी पार्टियों को चंदा दिया था। फ्यूचर गेमिंग ने तृणमूल कांग्रेस को सबसे ज्यादा 542 करोड़ रुपये का चंदा दिया था। दूसरे नंबर पर DMK थी, जिसे 503 करोड़ मिले और वहीं YSR कांग्रेस को 154 करोड़ और बीजेपी को फ्यूचर गेमिंग ने 100 करोड़ रुपये का चंदा दिया था।


