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Shehnai In Rashtrapati Bhavan : आज का दिन बनेगा ऐतिहासिक : राष्ट्रपति भवन में पहली बार बजेगी शहनाई, जानें कौन है वह खास जोड़ा

by Rakesh Pandey
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सेंट्रल डेस्क : भारतीय इतिहास में 12 फरवरी 2025 का दिन एक विशेष स्थान बनाने जा रहा है। आज पहली बार राष्ट्रपति भवन में शहनाई की आवाज गूंजेगी। यह एक ऐतिहासिक घटना है, क्योंकि इस दिन राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की सुरक्षा में तैनात पूनम गुप्ता और सीआरपीएफ अधिकारी अवनीश सिंह शादी के बंधन में बंधेंगे। यह शादी देशभर में चर्चा का विषय बन गई है और यह दिन न केवल उनके लिए, बल्कि पूरे देश के लिए गर्व का क्षण है।

पूनम गुप्ता : सीआरपीएफ की महिला अधिकारी

पूनम गुप्ता वर्तमान में सीआरपीएफ की महिला असिस्टेंट कमांडेंट के रूप में कार्यरत हैं और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु की व्यक्तिगत सुरक्षा अधिकारी (पीएसओ) के तौर पर अपनी जिम्मेदारी निभा रही हैं। मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले की निवासी पूनम गुप्ता नवोदय विद्यालय में कार्यरत कार्यालय अधीक्षक रघुवीर गुप्ता की बेटी हैं। पूनम ने गणित और अंग्रेजी साहित्य में अपनी डिग्री हासिल की है और ग्वालियर विश्वविद्यालय से बी.एड किया है।

पूनम की कड़ी मेहनत और पेशेवरिता की वजह से वह सीआरपीएफ में एक विशेष स्थान रखती हैं। इसके अलावा, उन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 81वीं रैंक हासिल की थी। राष्ट्रपति भवन में तैनाती से पहले, पूनम ने बिहार के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में अपनी सेवाएं दी थीं। अपनी कर्तव्यनिष्ठा और उच्च आचरण के कारण, पूनम को 74वें गणतंत्र दिवस पर महिला टुकड़ी का नेतृत्व करने का अवसर मिला।

दूल्हा अवनीश सिंह : सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट

पूनम गुप्ता के होने वाले पति अवनीश सिंह सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडेंट हैं। दोनों का संबंध एक ही सुरक्षा बल से होने के कारण उनकी शादी सुरक्षा बलों के लिए भी विशेष महत्व रखती है। सीआरपीएफ में अपनी सेवाएं देने के साथ-साथ अवनीश ने अपनी कड़ी मेहनत और पेशेवरिता से क्षेत्र में कई उपलब्धियां प्राप्त की हैं।

राष्ट्रपति भवन में शादी की अनुमति : एक ऐतिहासिक कदम

पूनम गुप्ता ने अपनी शादी राष्ट्रपति भवन के मदर टेरेसा कॉम्प्लेक्स में करने की इच्छा जताई थी, जिसे राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने स्वीकार किया। राष्ट्रपति मुर्मु ने पूनम की कड़ी मेहनत, पेशागत व्यवहार और कर्तव्यनिष्ठा को देखते हुए इस विशेष अनुरोध को स्वीकृति दी। यह अपने आप में एक ऐतिहासिक घटना है क्योंकि आजादी के बाद यह पहली बार है, जब राष्ट्रपति भवन में किसी की शादी हो रही है। राष्ट्रपति भवन में विवाह का यह अवसर न केवल पूनम और अवनीश के लिए, बल्कि पूरे सीआरपीएफ परिवार और सुरक्षा बलों के लिए गर्व का पल है।

महिला टुकड़ी का नेतृत्व और पूनम की काबिलियत

राष्ट्रपति भवन में तैनाती से पहले, पूनम ने बिहार के नक्सल प्रभावित इलाकों में अपनी कड़ी सेवा दी थी। 74वें गणतंत्र दिवस पर महिला टुकड़ी का नेतृत्व करते हुए उन्होंने अपनी क्षमता और पेशागत कुशलता का प्रमाण दिया। पूनम की मेहनत और कर्तव्यनिष्ठा की वजह से उन्हें इस खास स्थान पर अपनी शादी करने का अवसर मिला।

पूनम गुप्ता की मेहनत और प्रेरणा

पूनम गुप्ता और अवनीश सिंह की शादी आज इतिहास के पन्नों में दर्ज हो जाएगी। यह शादी ना केवल उनके लिए एक सपने के सच होने जैसा है, बल्कि यह पूरे देश के सुरक्षा बलों के लिए प्रेरणा का स्रोत बनेगी। पूनम की मेहनत, लगन और कर्तव्यनिष्ठा ने इस शादी को ऐतिहासिक बना दिया है और आज उनका नाम भारतीय इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखा जाएगा।

यह शादी देशभर में चर्चा का विषय बनी हुई है और राष्ट्रपति भवन में होने वाली इस शादी के साथ पूनम गुप्ता और अवनीश सिंह ने भारतीय समाज में महिलाओं की शक्ति और सुरक्षा बलों की महत्ता को और भी दृढ़ किया है।

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