लखनऊ : उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर रविवार की सुबह एक भीषण सड़क हादसा हुआ। इस दुर्घटना में एक तेज रफ्तार टेम्पो ट्रेवलर ने सड़क के किनारे खड़ी एक बस को जोरदार टक्कर मारी, जिससे चार लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। हादसे में दर्जन भर से अधिक लोग घायल हो गए, जिनमें कुछ की हालत गंभीर बताई जा रही है। घायलों को इलाज के लिए लखनऊ स्थित गोसांईगंज के अस्पताल में भर्ती कराया गया। ये सभी लोग महाराष्ट्र के रहने वाले थे और महाकुंभ से स्नान करके अयोध्या जा रहे थे। टेम्पो ट्रेवलर में कुल 23 लोग सवार थे, जिनमें से चार की जान चली गई। मृतकों में एक महिला और तीन पुरुष शामिल हैं।
खड़ी बस से टकराई टेम्पो ट्रेवलर
यह हादसा रविवार तड़के उत्तर प्रदेश के लोनीकटरा थाना क्षेत्र में हुआ। जानकारी के मुताबिक, छत्तीसगढ़ से अयोध्या जा रही एक बस सड़क के किनारे खराब हो गई थी और खड़ी थी। उसी दौरान महाराष्ट्र से आ रही एक तेज रफ्तार टेम्पो ट्रेवलर ने उसे पीछे से टक्कर मार दी। टक्कर इतनी भयंकर थी कि टेम्पो ट्रेवलर पूरी तरह से चकनाचूर हो गया। हादसा इतना दर्दनाक था कि मौके पर ही चार लोगों की मौत हो गई, जबकि 19 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए।
हादसे के बाद मच गई चीख-पुकार
हादसा होते ही एक्सप्रेसवे पर चीख-पुकार मच गई। स्थानीय ग्रामीणों और पुलिस ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया। घायलों को बस से बाहर निकालकर तत्काल अस्पताल भेजा गया। पुलिस की टीम के साथ-साथ क्षेत्रीय एसपी दिनेश कुमार सिंह भी मौके पर पहुंचे और घटनास्थल पर राहत कार्य शुरू कराया। गंभीर रूप से घायल यात्रियों को लखनऊ के ट्रॉमा सेंटर में रेफर किया गया।
मृतकों के नाम और घटनास्थल पर स्थिति
मृतकों में महाराष्ट्र के नांदेड़ जिले के निवासी दीपक, सुनील और महिला अनसूईया भी शामिल हैं। इनकी मौत घटनास्थल पर ही हो गई। हादसा इतना भीषण था कि मिनी बस का मलबा इधर-उधर फैल गया और शवों को निकालने में काफी समय लग गया। मृतकों के परिवारजनों में शोक की लहर है और अस्पतालों में उनके परिजन अपनी सलामती की दुआ कर रहे हैं।
तेज रफ्तार बनी मौत का कारण
प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि टेम्पो ट्रेवलर की रफ्तार काफी ज्यादा थी, जिससे संभवतः ड्राइवर को खड़ी बस दिखाई नहीं दी। पुलिस यह भी जांच कर रही है कि कहीं ड्राइवर को झपकी तो नहीं आ गई थी, जिसके कारण यह हादसा हुआ। तेज रफ्तार और लापरवाही के कारण हुए इस हादसे ने सड़क सुरक्षा पर फिर से सवाल उठाए हैं।
घायलों का इलाज और प्रशासन का मुआवजा
हादसे में घायल यात्रियों में से कई अब भी गहरे सदमे में हैं। कई लोग इस हादसे के बाद मानसिक रूप से परेशान हैं, क्योंकि उनकी यात्रा एक काली याद बन गई है। प्रशासन ने हादसे के शिकार मृतकों के परिवारों को मुआवजा देने का आश्वासन दिया है और इसके साथ ही घायलों को हरसंभव सहायता प्रदान करने की बात कही है।
सड़क सुरक्षा पर सवाल उठने लगे
यह हादसा एक बार फिर तेज रफ्तार और सड़क सुरक्षा पर गंभीर सवाल उठाता है। प्रशासन और पुलिस को इस दिशा में सख्त कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में ऐसे हादसे न हों। खासतौर पर एक्सप्रेस-वे जैसी मुख्य सड़कों पर यातायात नियमों का पालन करना और तेज रफ्तार को नियंत्रित करना बेहद जरूरी है, ताकि लोगों की जान की सुरक्षा की जा सके।