Ranchi (Jharkhand) : केंद्रीय महिला एवं बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने शुक्रवार को झारखंड की राजधानी रांची में मंत्रालय की ओर से संचालित सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला एवं बाल विकास संस्थान के एक नए क्षेत्रीय केंद्र का उद्घाटन कर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की। यह पूर्वी क्षेत्र का पहला और देश का छठा क्षेत्रीय केंद्र है, जिससे क्षेत्र में महिला एवं बाल विकास से संबंधित प्रयासों को नई दिशा मिलेगी।
एक विचार, एक विश्वास और एक विजन की हकीकत: अन्नपूर्णा देवी
मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री अन्नपूर्णा देवी ने इस अवसर पर कहा कि यह नया क्षेत्रीय केंद्र केवल एक उद्घाटन समारोह नहीं है, बल्कि यह एक विचार, एक विश्वास और एक विजन को वास्तविकता में बदलने का दिन है। उन्होंने कहा कि जब हम एक महिला की सुरक्षा और एक बच्चे की मुस्कान को अपने विश्वास में बदलते हैं, तभी हम भारत के उज्ज्वल भविष्य की नींव रखते हैं। केंद्रीय मंत्री ने इस नए केंद्र को पूर्वी भारत में क्षमता निर्माण के प्रयासों को विकेंद्रीकृत करने और सेवा वितरण में सुधार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया।
मिशन शक्ति और वात्सल्य को मिलेगा बढ़ावा
यह क्षेत्रीय केंद्र विशेष रूप से मंत्रालय की प्रमुख पहलें – मिशन शक्ति, मिशन वात्सल्य और मिशन सक्षम आंगनबाड़ी और पोषण 2.0 के लिए प्रशिक्षण और अनुसंधान संबंधी जरूरतों को पूरा करेगा। इस केंद्र का मुख्य ध्यान झारखंड, बिहार, ओडिशा और पश्चिम बंगाल राज्यों पर रहेगा। अन्नपूर्णा देवी ने विश्वास जताया कि यह केंद्र स्थानीय आवश्यकताओं के अनुसार योगदान करने और केंद्र सरकार की योजनाओं के जमीनी स्तर पर कार्यान्वयन को मजबूत करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा। यह बाल मार्गदर्शन और परामर्श में उन्नत डिप्लोमा पाठ्यक्रम और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को उन्नत प्रशिक्षण प्रदान करेगा, जिससे क्षेत्र में रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
गुवाहाटी और लखनऊ पर निर्भरता होगी कम
पहले, इन पूर्वी राज्यों के पास इस तरह की समर्पित प्रशिक्षण सुविधाओं की कमी थी और वे आमतौर पर गुवाहाटी और लखनऊ के क्षेत्रीय केंद्रों पर निर्भर रहते थे, जिससे उन्हें रसद संबंधी कठिनाइयों का सामना करना पड़ता था। रांची में इस केंद्र की स्थापना से प्रमुख संसाधनों और बुनियादी ढांचे को क्षेत्र-स्तरीय कार्यकर्ताओं के करीब लाया जा सकेगा, जिससे उनकी सेवाओं को प्रभावी ढंग से वितरित करने की क्षमता बढ़ेगी।
बेटियों की उपलब्धियों की सराहना
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने इस अवसर पर भारत की बेटियों की उपलब्धियों की सराहना करते हुए कहा कि वे किसी से कम नहीं हैं। उन्होंने बेटियों को समान अवसर देकर देश के विकास में उनके योगदान को और सशक्त बनाने का आह्वान किया। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय की राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर ने भी संस्थान के शुभारंभ को सराहा और इसे महिला तथा बाल विकास के क्षेत्र में एक मील का पत्थर बताया। उन्होंने कहा कि जब परिवार की एक स्त्री पढ़ती है, तो उसका पूरा परिवार आगे बढ़ता है।
अन्नपूर्णा देवी के नेतृत्व में बड़ा बदलाव
इस क्षेत्रीय केंद्र की स्थापना मंत्री अन्नपूर्णा देवी के दूरदर्शी नेतृत्व में एक व्यापक परिवर्तन का हिस्सा है, जिसमें राष्ट्रीय सार्वजनिक सहयोग और बाल विकास संस्थान (एनआईपीसीसीडी) का आधिकारिक नाम बदलकर सावित्रीबाई फुले राष्ट्रीय महिला और बाल विकास संस्थान करना शामिल है। इस नाम का बदलाव मंत्रालय के तेज मिशन-संचालित दृष्टिकोण और महिला और बाल-केंद्रित विकास के लिए मजबूत प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह संस्थान नई दिल्ली में अपने मुख्यालय और बेंगलुरु, गुवाहाटी, लखनऊ, इंदौर और मोहाली में क्षेत्रीय केंद्रों के साथ, ऑनलाइन और व्यक्तिगत कार्यक्रमों के माध्यम से सालाना 1,000 से अधिक पेशेवरों को प्रशिक्षित करने में अग्रणी रहा है, और यह नया केंद्र इस गति को और बढ़ाएगा। कार्यक्रम में संस्थान से प्रशिक्षण प्राप्त लड़कियों के साथ बातचीत, उनके अनुभव साझा करना और व्यावसायिक प्रशिक्षण पूरा करने वालों को नौकरी नियुक्ति पत्र का वितरण भी किया गया। इस अवसर पर संस्थान के “नए लोगो” का भी शुभारंभ हुआ। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ, महिला एवं बाल विकास राज्य मंत्री सावित्री ठाकुर, स्थानीय विधायक नवीन जायसवाल, महिला एवं बाल विकास मंत्रालय के सचिव अनिल मलिक और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी उपस्थित थे।