लखनऊ : उत्तर प्रदेश में बिजली उपभोक्ताओं (UP Electricity Bill) के लिए राहत भरी खबर है। 17 से 19 जुलाई तक प्रदेश भर के हर विद्युत खंड में बिजली बिल सुधार महाभियान चलाया जाएगा। इस दौरान उपभोक्ताओं की बिल से जुड़ी समस्याओं का त्वरित समाधान किया जाएगा, जिससे उनका बिजली बिल कम हो सकता है।
किन समस्याओं का होगा समाधान?
उत्तर प्रदेश पावर कॉर्पोरेशन लिमिटेड (UPPCL) के अध्यक्ष डॉ. आशीष कुमार गोयल ने जानकारी दी कि इस अभियान के तहत निम्न समस्याओं का समाधान किया जाएगा:
- गलत बिल सुधार
- नया कनेक्शन
- लोड (भार) वृद्धि
- खराब मीटर
- बिल संशोधन
- विधा परिवर्तन
- बिल भुगतान में त्रुटियाँ
- अन्य बिल संबंधी शिकायतें
1912 हेल्प डेस्क पर शिकायत दर्ज कर हर उपभोक्ता की समस्या का निस्तारण एक सप्ताह के भीतर करने का लक्ष्य है।
महंगी बिजली और निजीकरण पर उपभोक्ता परिषद ने उठाई आवाज
उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद ने महंगी बिजली खरीद और निजीकरण के खिलाफ विरोध जताया है। परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा कि पहले उपभोक्ताओं का 33122 करोड़ रुपये लौटाया जाए, उसके बाद बिजली दर बढ़ाने की बात की जाए।
परिषद ने दावा किया कि 2025-26 में 162130 मिलियन यूनिट बिजली की खरीद पर 86952 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसमें से:
- प्राइवेट सेक्टर से 64805 मिलियन यूनिट बिजली खरीदने की लागत: ₹35121 करोड़
- राज्य विद्युत उत्पादन निगम से 38878 मिलियन यूनिट खरीदने की लागत: ₹20670 करोड़
इसके अलावा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम को तीन हिस्सों में बांटकर निजीकरण करने का प्रस्ताव भी तैयार है, जिस पर 11 जुलाई को सुनवाई है। परिषद ने इसे असंवैधानिक बताया।