आगरा : लखनऊ-आगरा एक्सप्रेसवे पर रविवार रात को हुए एक भीषण सड़क हादसे में एक परिवार के चार लोगों की जान चली गई। यह हादसा फतेहाबाद थाना क्षेत्र के अंतर्गत हुआ, जहां एक परिवार महाकुंभ स्नान के बाद घर लौट रहा था। हादसे में पति, पत्नी और उनके दो बच्चों की मौत हो गई, जिससे इलाके में शोक की लहर दौड़ गई।
हादसा आधी रात के करीब हुआ
घटना रविवार रात करीब 12:30 बजे की है। ओमप्रकाश (42), उनकी पत्नी पूर्णिमा सिंह (34), बेटी अहाना (12) और बेटा विनायक (4) अपनी कार में लखनऊ-आगरा एक्सप्रेस-वे पर सफर कर रहे थे। वे महाकुंभ में स्नान करके वापस घर लौट रहे थे। अचानक उनकी कार फतेहाबाद इलाके में अनियंत्रित हो गई और डिवाइडर तोड़ते हुए सड़क के दूसरी ओर खड़े एक डीसीएम कैंटर से टकरा गई। टक्कर इतनी जोरदार थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और सभी चारों की मौके पर ही मौत हो गई।
पुलिस की कार्रवाई और शुरुआती जांच
हादसे के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। फतेहाबाद के सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) अमरदीप ने बताया कि प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि ओमप्रकाश को ड्राइव करते समय अचानक झपकी आ गई थी, जिसके कारण उनकी कार अनियंत्रित हो गई और हादसा हुआ। हालांकि, पुलिस मामले की विस्तृत जांच कर रही है और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच जारी है।
परिवार के निधन से शोक की लहर
इस दुखद घटना ने पूरे इलाके को स्तब्ध कर दिया है। मृतक परिवार के रिश्तेदारों और परिचितों में गहरा शोक है। उनके करीबी और स्थानीय लोग इस दुर्घटना से भावुक हो गए हैं, क्योंकि परिवार के सभी सदस्य एक साथ अचानक इस हादसे का शिकार हो गए। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि इस मामले की जांच पूरी पारदर्शिता और निष्पक्षता के साथ की जाएगी।
हादसे की वजह और सावधानी
इस दुर्घटना ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और ड्राइविंग के दौरान सतर्कता की आवश्यकता को उजागर किया है। सड़क पर सोते हुए या थके हुए ड्राइवरों के लिए हादसों का खतरा बढ़ जाता है, जैसा कि इस घटना में देखने को मिला। पुलिस ने ड्राइवरों को सलाह दी है कि वे लंबी यात्राओं पर जाने से पहले अच्छे से आराम करें और रास्ते में पूरी तरह सतर्क रहें। इसके अलावा, वाहन की गति और सड़क के हालात के अनुसार ड्राइविंग करना बेहद जरूरी है।
सड़क सुरक्षा पर बढ़ी चिंताएं
इस प्रकार की घटनाओं से सड़क सुरक्षा के मुद्दे पर फिर से चर्चा शुरू हो गई है। एक्सप्रेस-वे पर तेज रफ्तार और असावधानी से होने वाले हादसों में वृद्धि हो रही है, जिससे लोगों की जान जोखिम में पड़ रही है। स्थानीय प्रशासन और पुलिस द्वारा सड़क सुरक्षा उपायों को बढ़ाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है, ताकि भविष्य में इस प्रकार की घटनाओं को रोका जा सके।
इस हादसे ने न केवल एक परिवार को खो दिया, बल्कि यह सभी को यह सोचने पर मजबूर कर दिया कि सड़क पर चलने वाले हर व्यक्ति को सुरक्षा की गंभीरता से लेना चाहिए।
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