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विनोबा भावे और सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय को मिले स्थायी कुलपति

by Neha Verma
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  • राजभवन से अधिसूचना जारी, तीन वर्षों के लिए हुई नियुक्ति
  • लंबे समय से खाली थे कुलपति के पद

झारखंड के दो प्रमुख विश्वविद्यालयों — विनोबा भावे विश्वविद्यालय, हजारीबाग और सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका — में कुलपति के पद लंबे समय से रिक्त थे। पूर्व कुलपतियों का कार्यकाल समाप्त हो जाने के बाद से दोनों विश्वविद्यालयों में प्रभारी कुलपति के माध्यम से कार्य संचालित किया जा रहा था, जिससे प्रशासनिक और शैक्षणिक गतिविधियों पर असर पड़ा।

डॉ. चंद्रभूषण शर्मा बने विनोबा भावे विश्वविद्यालय के कुलपति

राज्यपाल सह कुलाधिपति द्वारा झारखंड राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 2000 के तहत जारी अधिसूचना के अनुसार, इंदिरा गांधी राष्ट्रीय मुक्त विश्वविद्यालय (IGNOU), नई दिल्ली में प्रोफेसर और स्कूली शिक्षा निदेशक के रूप में कार्यरत डॉ. चंद्रभूषण शर्मा को विनोबा भावे विश्वविद्यालय का स्थायी कुलपति नियुक्त किया गया है। उनका कार्यकाल तीन वर्षों का होगा।

गौरतलब है कि पूर्व कुलपति डॉ. मुकुल नारायण देव का कार्यकाल 31 मई 2023 को समाप्त हो गया था, जिसके बाद से यह पद रिक्त था।

सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय को भी मिला नया कुलपति

सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय, दुमका को भी स्थायी कुलपति की नियुक्ति का लाभ मिला है। रांची विश्वविद्यालय में प्रोफेसर के रूप में कार्यरत श्रीमती कुनूल कंदीर को सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका का कुलपति नियुक्त किया गया है। इनका भी कार्यकाल 3 वर्ष का होगा। राजभवन की ओर से इसे लेकर अधिसूचना भी जारी कर दी गई है।

शिक्षा व्यवस्था को मिलेगी मजबूती

राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों में लंबे समय से कुलपति और प्रति कुलपति के पद रिक्त होने से शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही थी। अब स्थायी नियुक्तियों के बाद उम्मीद जताई जा रही है कि विश्वविद्यालयों की कार्यशैली में सुधार होगा और छात्रों को बेहतर शैक्षणिक माहौल प्राप्त होगा।

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